बदायूं: सात साल का बेटा करता था रेकी, बाप गिरोह के साथ चुराता था बाइक, तीन शातिर पकड़े

गिरफ्तार तीन आरोपियों से बरामद की 15 बाइकें, फरार आरोपियों की तलाश

बदायूं: सात साल का बेटा करता था रेकी, बाप गिरोह के साथ चुराता था बाइक, तीन शातिर पकड़े

बदायूं,अमृत विचार। पिछले कुछ दिनों से सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र में बाइक चोरी की घटनाएं तेजी से हो रही थीं। पुलिस चोरी करने वाले गिरोह की तलाश में थी। शनिवार आधी रात पुलिस ने बाइक चोरी करने वाले अंतरजनपदीय गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। जिनकी निशानदेही पर ईंट भट्टे के खंडहर से चोरी की 15 बाइकें बरामद हुई हैं। बाइकों के ताले खोलने वाली मास्टर चाबी भी मिली है। उनमें से एक चोर अपने सात साल के बेटे से रेकी कराता था। जिसके घटना को अंजाम देता था। गिरोह के दो सदस्य फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश शुरू कर दी है। पकड़े गए आरोपियों को जेल भेजा गया है। प्रेसवार्ता करके एसपी देहात केके सरोज ने गिरोह के बारे में जानकारी दी। एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने खुलासा करने की टीम को 20 हजार रुपये पुरस्कार दिया है।

सिविल लाइन के प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार सिंह आधी रात गांव भगवतीपुर की ओर जाने वाले मार्ग के ईंट भट्टे के पास से गुजर रहे थे। जहां तीन संदिग्ध लोग नजर आए। पुलिस ने तीनों को हिरासत में ले लिया। तीनों ने अपना नाम मूलरूप से जिला अलीगढ़ के थाना गंगीरी क्षेत्र के गांव हसनपुर और वर्तमान में बिल्सी के एचडीएफसी बैंक के पीछे रहने वाले नरेश पुत्र वीरबल, अलीगढ़ के गांव गौसपुर के प्रमोद पुत्र राकेश और जिला कासगंज के थाना सहावर क्षेत्र के गांव रोशननगर निवासी दीप सिंह पुत्र कालीचरन बताया। तीनों की निशानदेही पर पुलिस ने वहीं पास के खंडहर से 15 बाइकें बरामद की। पुलिस तीनों को पकड़कर कोतवाली ले गई। जहां आरोपियों ने बताया कि अलीगढ़ के थाना छर्रा क्षेत्र के गांव हमीरपुर निवासी विजयपाल पुत्र राम सिंह, गौसपुर निवासी दीपक पुत्र प्रेम सिंह उनके साथी हैं। वह पांचों लोग गिरोह चलाते हैं। भीड़-भाड़ वाले इलाके जैसे मंदिर, अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, रेलवे स्टेशन आदि पर घूमते हैं। कोई व्यक्ति बाइक खड़ी करके काम से किसी दुकान या अन्य जगह जाता है तो उनमें से एक आरोपी का सात साल का बेटा उसके पीछे लग जाता है। वापस आकर वह बताता है कि बाइक के मालिक को समय लगेगा अब चोरी कर सकते हैं। वह लोग बाइक का ताला तोड़ते थे। फिर मास्टर चाबी का प्रयोग करके बाइक चोरी करके ले जाते थे। फिर आरोपी अपने बच्चे को बाइक पर बैठाकर चला जाता था। साथ में बच्चा होने पर पुलिस बाइक नहीं रोकती। वह लोग अन्य चोरों से भी चोरी की बाइकें खरीदते थे। चोरी की बाइकों को खंडहर में छिपाते थे। बाद में बाइक का इंजन और नंबर प्लेट बदलकर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को कम कीमत में बचते थे।

वाहन में ले जाते बाइक उससे पहले ही पकड़ा
ये लोग बड़े वाहन में बाइक रखकर ले जाने की तैयारी कर रहे थे कि पुलिस ने पकड़ लिया। आरोपियों के खिलाफ पहले से चोरी की कई रिपोर्ट दर्ज हैं। नरेश के खिलाफ कासगंज कोतवाली का गैंगस्टर है। प्रेस वार्ता के दौरान सीओ दातागंज केके तिवारी, सीओ सिटी संजय कुमार रहे। गिरफ्तारी करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक के साथ उपनिरीक्षक सुमित कुमार व अनंत आमोरिया, हेड कांस्टेबिल प्रतीक्ष प्रताप सिंह, विनोद कुमार, कांस्टेबिल धर्मेंद्र कुमार, सानू खान, रिंकू छोकर, सुमित कुमार रहे।


आरोपियों के पास से यह बाइकें हुईं बरामद
आरोपियों के पास से बाइक नंबर यूपी 24 एपी 8277, डीएल 7 एसबीजेड 7065, यूपी 24 एआर5430, यूपी 24 वाई 6454, यूपी 84 एए 7550, यूपी 87 एच 6465, यूपी 86 वाई 1480, यूपी 24 एएच 2089, यूपी 87 एच 8536, यूपी 87 पी 4133, यूपी 38 ई 5140 के अलावा यूपी 24 एएस 3114, यूपी 84 एएम 1159, एमपी 09 क्यूबी 9615, यूपी 24 एएक्स 1445 बरामद हुई हैं।