बरेली: व्हाट्सएप हैक कर विदेशों में भेज रहे मैसेज

बरेली, अमृत विचार। मौजूदा समय में हर कोई व्हाट्सएप नंबर इस्तेमाल कर रहा है। यहां तक आधिकारिक रिकार्ड भी व्हाट्सएप पर भेजे जा रहे हैं। ऑनलाइन पढ़ाई भी व्हाट्सएप पर हो रही है। यही वजह है कि अब साइबर अपराधियों की नजर व्हाट्सएप नंबरों पर है। साइबर अपराधी लोगों को लिंक या मैसेज भेजकर धोखे …
बरेली, अमृत विचार। मौजूदा समय में हर कोई व्हाट्सएप नंबर इस्तेमाल कर रहा है। यहां तक आधिकारिक रिकार्ड भी व्हाट्सएप पर भेजे जा रहे हैं। ऑनलाइन पढ़ाई भी व्हाट्सएप पर हो रही है। यही वजह है कि अब साइबर अपराधियों की नजर व्हाट्सएप नंबरों पर है। साइबर अपराधी लोगों को लिंक या मैसेज भेजकर धोखे से ओटीपी पूछ ले रहे हैं और फिर व्हाट्सएप हैक करके उससे ठगी कर रहे हैं।
यहां तक कि व्हाट्सएप के जरिए विदेशों से भी बात की जा रही है। साइबर सेल में इस तरह के कई मामले सामने आए हैं। ऐसे में लोगों को अलर्ट हो जाना चाहिए, क्योंकि एक बार नंबर हैक हो गया तो उस नंबर पर दोबारा व्हाट्सएप चलाना मुश्किल हो जाएगा।
शहर की रहने वाली एक लड़की ने एसएसपी ऑफिस में शिकायत की कि उसका व्हाट्सएप नंबर हैक कर लिया गया है। मामले को साइबर सेल भेज दिया गया। लड़की एक डिग्री कॉलेज की छात्रा है। लड़की ने बताया कि कुछ दिनों पहले उसका व्हाट्सएप नंबर हैक कर लिया गया। जब उसे इसकी जानकारी हुई तो उसने अपने फोन को फार्मेट कर दिया और व्हाट्सएप को मेल कर नंबर ब्लॉक करा दिया।
उसके बाद उसने नंबर दोबारा चालू किया तो दो-तीन दिन बाद उसका नंबर फिर से हैक कर लिया गया, जिसकी वजह से छात्रा काफी परेशान है, क्योंकि उसके नंबर को कई व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ दिया गया है। यह ग्रुप वर्चुअल नंबरों यानी इंटरनेट कॉलिंग में शामिल होते हैं। कई व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ देने की वजह से उसके पास तरह-तरह के मैसेज आ रहे हैं। कई लोग फोन भी कर रहे हैं। उसके व्हाट्सएप नंबर से विदेशों में काल की गई है, जिसकी वजह से विदेश से भी फोन आ रहे हैं।
वह व्हाट्सएप पर ऑनलाइन पढ़ाई भी करती थी। कॉलेज से ऑनलाइन मैटेरियल भेजा जाता है, जिसकी वजह से उसकी पढ़ाई में दिक्कत हो रही है। लड़की की मानें तो उसने कोई भी लिंक क्लिक नहीं किया और न ही किसी को कोई ओटीपी बताया है।
अश्लील चैट कर ब्लैकमेलिंग
कॉलेज की छात्रा के व्हाट्सएप हैक करने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इस तरह के केस अब साइबर सेल में पहुंच रहे हैं। लोगों को पता भी नहीं चलता है कि उनका नंबर हैक हो गया है। उन्हें तब पता चलता है कि जब साइबर अपराधी या तो उससे जुड़े लोगों को मदद के नाम पर पैसे की डिमांड करते हैं या फिर उसके पास लोगों की काल ऑनी शुरू हो जाती है और बताया जाता है कि उसका नंबर किसी व्हाट्सएप ग्रुप से मिला है।
यही नहीं जिन ग्रुप में उसके नंबर को जोड़ा गया है, उसमें अश्लील सामग्री भी भेजी जाती है। इसके अलावा देखने में आया है कि दूसरे का नंबर हैक करने के बाद अपराधी लोगों को व्हाट्सएप से मैसेज भेजते हैं और ऑनलाइन चैट करते हैं। कई बार इन नंबरों से लड़कियां अश्लील चैट करती हैं और फिर ब्लैकमेलिंग कर ठगी करती हैं।
इस तरह से हैक कर रहे नंबर
साइबर ठग लोगों को अकाउंट में बोनस पहुंचने या फिर लॉटरी निकलने या फिर अन्य किसी लालच का मैसेज भेजते हैं। इस मैसेज में एक लिंक भी होता है। साइबर ठग लिंक पर क्लिक करने के लिए बोलते हैं। कई बार लिंक पर क्लिक करते ही फोन हैक कर ऑपरेट करने लगते हैं और फिर व्हाट्सएप व अन्य सोशल मीडिया अकाउंट हैक कर लेते हैं। इसके अलावा लिंक पर क्लिक करने के बाद व्हाट्सएप पर डिटेल मंगवाते हैं और डिटेल देने के दौरान व्हाट्सएप नंबर जान लेते हैं और फिर ओटीपी पूछकर नंबर हैक कर लेते हैं।
टू स्टेप वेरीफिकेश्न लगाएं
मोबाइल पर टेक्स्ट मैसेज या फिर व्हाट्सएप पर आने वाले किसी भी तरह के बोनस या लॉटरी या अन्य लिंक को क्लिक न करें। इसके अलावा किसी भी हालत में अपने नंबर पर आने वाले ओटीपी की जानकारी न दें। व्हाट्सएप पर टू स्टेप वेरीफिकेशन जरूर लगाएं ताकि कोई दूसरा व्हाट्सएप ऑपरेट न कर सके। व्हाट्सएप या अन्य सोशल मीडिया की सेटिंग में जाकर प्राइवेसी पर फोकस करें।