पीलीभीत: 500 एकड़ जमीन कट गई मगर नहीं मिला मुआवजा, भाकपा माले का जोरदार प्रदर्शन
चार श्रम कानूनों के खिलाफ भी भाकपा माले ने भरी हुंकार
पूरनपुर, अमृत विचार। भाकपा माले के सैकडों कार्यकर्ताओं ने सोमवार को पूरनपुर तहसील परिसर मे धरना दिया और उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। जिसमें अपनी तमाम मांगे प्रशासन के सामने रखीं। इस दौरान कहा गया कि नदी के कटान से 500 एकड़ जमीन कट गई, लेकिन लोगों को मुआवजा तक नहीं मिला।
प्रदर्शनकारियों ने चंदिया हजारा, राहुलनगर, खिरकिया क्षेत्र बचाने के लिए धनाराघाट से खिरकिया तक तटबंध बनाने, कटी जमीन के बदले जमीन देने, पात्र गरीबों को आवास देने, राशन कार्ड से कटे नाम जोड़ने, गांव स्तर पर आधार संशोधन केंद्र खोलने, सीतापुर में खेत मजदूरों के नेता अर्जुल लाल पर लगे गुंडा एक्ट को वापस लेने, गडवाखेडा, माधोटांडा मे नये ब्लाक बनाने आदि मांगों को पुरजोर ढंग से उठाया। सभा को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव अफरोज आलम ने कहा कि मजदूर विरोधी चार श्रम कानूनों के खिलाफ पूरे देश में मजदूर किसान सड़कों पर उतरें है। मोदी सरकार पूंजीपतियों को खुश करने के लिए मजदूर किसान विरोधी कानून बना रही है। उनकी मागो को पूरा नहीं किया जा रहा। चंदिया हजारा क्षेत्र बर्बाद हो रहा है। सरकार व जिला प्रशासन चैन की नींद सो रहा है। एक साल में 500 एकड़ जमीन कट गयी किसी को कोई मुआवजा नहीं मिला। कटान रोकने का कोई ठोस काम नहीं हो रहा। गरीबों को आवास नही मिल रहे हैं, जो पैसा दे सकते हैं वह आवास पा जाते हैं। इस धांधली को रोकना होगा। भाकपा माले जिला कमेटी सदस्य छुन्नू खां, प्रहलाद, समरीन खान एवोकेट, मुन्नी बेगम, माया देवी, अजमतुल्ला, अखलाक, रामपाल, अहिबरन, डालचंद, इलियास, दिलशाद, आदर्श वर्मा आदि मौजूद रहे।
गरीबों के राशन कार्ड काटने का चल रहा खेल
भाकपा माले ब्लाक सचिव देवीदयाल ने कहा कि गरीबों के नाम राशन कार्ड से पहले ही कटे हैं और अब राशन कार्ड सत्यापन के नााम पर गरीबों के नाम काटने का खेल चल रहा है। जिला संयोजक सईद खां ने कहा कि मोदी सरकार ने मनरेगा का बजट घटा कर मनरेगा मजदूरों के साथ विश्वासघात किया है। हमारी मांग है की सरकार मनरेगा में 200 दिन काम दे और मजदूरी महंगाई के हिसाब से 600 रूपये करे।
कटान का इंतजाम न हुआ तो करेंगे धरना
भाकपा माले जिला कमेटी सदस्य कामरेड नगीना राम ने कहा कि राहुलनगर गांव के समीप नदी कटान करती हुई आ गई है। प्रसाशन और सरकार सिर्फ दिखावा कर रहे हैं। कटान रोकने का इंतजाम नहीं हो रहा है। खिरकिया के लोग धरने पर हैं, राहुलनगर के लोग भी अगर सुनवाई नहीं हुई तो 30 सितंबर से गांव मे धरना शुरू करेंगे।