मुरादाबाद : ओपीडी में हर रोज 400 से अधिक सिर्फ फीवर के रोगी, हो रही डेंगू-मलेरिया जांच

रोगियों को पर्चा पाने से डॉक्टर को दिखाने और दवा काउंटर तक पहुंचने में बीत रहे तीन घंटे

मुरादाबाद : ओपीडी में हर रोज 400 से अधिक सिर्फ फीवर के रोगी, हो रही डेंगू-मलेरिया जांच

मुरादाबाद, अमृत विचार। 80 वर्ष के छत्रपाल सुबह नौ बजे जिला अस्पताल की पर्चा काउंटर वाली लाइन में लग गए थे। 9.45 बजे उन्हें पर्चा मिल पाया। फिर फिजीशियन के पास पहुंचने में भीड़ में उन्होंने 10.30 बजे तक जद्दोजहद की। डॉक्टर से दिखा लेने के बाद वह दवा काउंटर पर पहुंचे, जहां लंबी लाइन थी। इस तरह उन्हें ओपीडी में पर्चा पाने से लेकर स्वास्थ्य परीक्षण व दवा लेने में कुल 2.50 घंटे की मशक्कत करनी पड़ी। छत्रपाल 80 रुपये भाड़ा खर्च कर कुंदरकी के बाहपुर की मिलक गांव से जिला अस्पताल आए थे।

वहीं 87 वर्ष के अनवार के शरीर का दायां हिस्सा पैर से लेकर कंधे तक लकवा का शिकार है। वह बैशाखी के सहारे टेकते हुए पर्चा काउंटर की लाइन से बाहर निकले थे। हाथ में पर्चा आने पर उन्होंने राहत की सांस ली। मुन्ना लाल ने बताया कि वह जाजपुर सिविल लाइन के रहने वाले हैं। बिलारी के राजा मुड़िया के मुन्नालाल ने बताया कि 45 रुपये भाड़ा खर्च कर जिला अस्पताल की अव्यवस्थाओं से जूझ रहे हैं। यही हाल कुछ अन्य रोगियों का देखने को मिला, जो रोगियों की भीड़ में थे। वैसे भी इन दिनों जिला अस्पताल की ओपीडी में भीड़ उमड़ रही है। हर रोज संख्या बढ़ती दिख रही है। ओपीडी का समय सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक का है लेकिन, इन रोगियों की भीड़ दोपहर दो बजने के बाद भी दिखती है।

 डॉक्टरों का कहना है कि वह निर्धारित अवधि से भी आधे-एक घंटे अधिक रोगियों को देख रहे हैं। उनका कहना है कि ओपीडी में आने वाले रोगियों में आधे से अधिक फीवर के ही होते हैं। यही नहीं, अस्पताल में भर्ती होने वाले रोगियों में भी फीवर वालों की संख्या अधिक है। फिजिशियन डॉ. एनके मिश्र ने बताया कि आजकल सबसे अधिक रोगी फीवर के आ रहे हैं। जोड़ों में दर्द, जुकाम-सर्दी, खांसी वाले रोगियों की भी अच्छी तादात रहती है। उन्होंने बताया कि ढाई-तीन सौ रोगी वह रोज देख रहे हैं। इन सभी को उबाल कर पानी पीने की सलाह दे रहे हैं।

रोगियों की हो रही डेंगू-मलेरिया जांच
जिला अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेंद्र कुमार ने बताया कि आजकल 12-13 सौ रोगियों की ओपीडी हो रही है। इसमें 300-400 फीवर वाले रोगी दिख रहे हैं। भर्ती होने वाले रोगियों में भी 20-50 फीवर वाले रोगी होते हैं। इन सभी के डेंगू, मलेरिया की भी जांच कराई जा रही है।

इमरजेंसी गेट पर खड़े बेतरतीब वाहन
जिला अस्पताल में इमरजेंसी गेट पर हर रोज डेढ़-दो सौ बाइकें और चौपहिया वाहन बेतरतीब ढंग से खड़े हैं। इसका प्रभाव रोगियों व उनके तीमारदारों पर पड़ रहा है। रोगी को लेकर आने वाली एंबुलेंस को भी खड़े वाहनों के हटने और जगह मिलने के लिए कुछ पल इंतजार करना पड़ता है। चूंकि, अधिकांश बाइकों के हैंडल लॉक होते हैं इसलिए उसके मालिक के मौके पर न होने से एंबुलेंस को पास देने के लिए लोग बाइक को घसीटकर किनारे करते देखे जाते हैं। हालांकि, इमरजेंसी गेट पर गार्डों की तैनाती है लेकिन बेतरतीब वाहन खड़े करने वालों से वह भी कुछ हीं बोलते हैं।


सीनियर सिटीजन के लिए अलग पर्चा काउंटर है। उन्हें उस काउंटर पर पर्चा लेना चाहिए। वैसे ओपीडी में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, कहीं कोई अव्यवस्था न फैले इसके लिए हम निगरानी करते हैं। डॉक्टर व पैरामेडिकल सक्रिय रहता है। हां, रोगियों की भीड़ जरूर जुट जाती है लेकिन, सभी का स्वास्थ्य परीक्षण होता है और दवा मिलती है। इमरजेंसी गेट पर वाहनों की भीड़ को लेकर गार्डों को बुलाकर बात करेंगे।- डॉ. संगीता गुप्ता, सीएमएस, जिला अस्पताल

ये भी पढ़ें : मुरादाबाद : बाइक सवारों ने घर में फेंका बम, तेज धमाके से मचा हड़कंप...छह आरोपी गिरफ्तार

ताजा समाचार

शाहजहांपुर: हटाई गई बिना अनुमति स्थापित बुद्ध और आंबेडकर की प्रतिमा...एक सप्ताह से प्रशासन लोगों को समझाने में जुटा था
Lucknow News: कैंसर संस्थान में 94 और Lohia Institute में 126 डॉक्टरों की होगी भर्ती, जानिए कितने चिकित्सकों ने किया आवेदन
Kanpur: घाटे में चल रही ई-बसों के मुख्य संचालन अधिकारी बर्खास्त, मंडलायुक्त ने जांच की समीक्षा करने के बाद की कार्रवाई
Kanpur: पेशकार को गिरफ्तार कराने वाले दिव्यांग की मां व भाई को भेजा जेल, दिव्यांग बोला- पुलिस ने रची साजिश
Health: बच्चे को अगर बार-बार हो रही है यह समस्या तो न करें नजर अंदाज, कैंसर के हो सकते हैं लक्षण
संभल: कुत्तों के झुंड ने 6 साल के बच्चे को नोच कर मार डाला, परिजनों में मचा कोहराम