Kanpur में बड़ा हादसा होने से बचा...मूर्ति लेकर गंगा पहुंचे 40 लोग डूबने से बचे, पुलिस से हुई झड़प
कानपुर, अमृत विचार। शुक्रवार को रात करीब 8.30 बजे मैस्कर घाट पर प्रशासन की मुस्तैदी से एक बहुत बड़ा हादसा बचा। पुलिस से जिद करके कृत्रिम गड्ढे में विश्वकर्मा मूर्ति विसर्जन करने के बजाय रात का फायदा उठाते हुए लोग जंगल के रास्ते से मैस्कर घाट से आधा किमी अंदर चले गये। यहां गंगा नदी में मूर्ति विसर्जन करना चाहते थे। वहां 40 फिट से भी अधिक गहरा पानी था। पता चलने पर पुलिस में हड़कंप मच गया और घटनास्थल की ओर पुलिस ने दौड़ लगा दी और सबको रोक लिया। शोर सुनकर वहां गोताखोर ललित शुक्ला भी पहुंचे।
मैस्कर घाट के पास प्रशासन ने मूर्ति विसर्जित करने के लिए एक गड्ढा बना रखा है। शुक्रवार की रात करीब साढ़े आठ बजे ढोल बाजे के साथ सौ से अधिक लोग मूर्ति लेकर मैस्कर घाट पहुंचे। पुलिस ने कहा कि गड्डे में मूर्ति विसर्जित कर दें लेकिन वे लोग गंगा नदी में विसर्जित करने की जिद करने लगे। इस पर कैंट पुलिस से झड़प हुई तो ये सारे लोग मूर्ति लेकर मैस्कर घाट से आधा किमी दूर जंगल में पहुंच गये। जहां ये लोग पहुंचे थे, वहां 40 फिट से अधिक पानी की गहराई थी।
ऐसे में मूर्ति लेकर गए लोगों को पानी की गहराई का भी अंदाजा नहीं था। गोताखोर ने बताया कि लगभग 40 लोग मूर्ति लेकर गंगा नदी में उतरने लगे, उसी समय भीड़ का शोर सुनकर कैंट थाना की फोर्स जंगल की ओर भागी। उस समय लगभग 40 लोग मूर्ति लेकर गंगा नदी में उतरने लगे थे लेकिन उसी समय पुलिस पहुंच गई और बड़ा हादसा होने से बचा लिया।
कुछ लोग विश्वकर्मा जी की मूर्ति लेकर गंगा में विसर्जित करने के लिए जा रहे थे, जिन्हें रोका गया। उन्हें विसर्जन के लिए बनाए गए तालाब में विसर्जित करने के लिए कहा गया। किसी के डूबने की कोई घटना नहीं हुई है।- कमलेश राय, थाना कैंट इंस्पेक्टर