CSU में शुरू हुए नए ड्यूअल डिग्री कोर्स, इग्नू के गीता एवं हिन्दू स्टडीज समेत कई प्रोग्राम्स में ले सकते हैं भाग, ये है लास्ट डेट

CSU में शुरू हुए नए ड्यूअल डिग्री कोर्स, इग्नू के गीता एवं हिन्दू स्टडीज समेत कई प्रोग्राम्स में ले सकते हैं भाग, ये है लास्ट डेट

लखनऊ, अमृत विचार। केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के लखनऊ परिसर में डिस्टेंस एजुकेशन (Distance Education) और ओपन शिक्षा के माध्यम से विभिन्न संस्कृत सम्बद्ध प्रोग्राम्स शुरु किये जा रहे हैं। इस साल विविध प्रोग्राम्स में प्रवेश की प्रक्रिया चल रही है। प्रवेश की अन्तिम तिथि 20 सितम्बर है। इसके बाद विलम्ब शुल्क रू. 200 के अतिरिक्त शुल्क के साथ प्रवेश लिया जा सकता है।

केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय (Central Sanskrit University) तथा इग्नू (IGNOU) के मध्य अनुबन्ध हुआ है, जिसके तहत विश्वविद्यालय के समस्त परिसरों में इग्नू के स्टडी सेंटर्स खोले जा रहे हैं तथा विविध कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं। परिसर के डारेक्टर प्रो. सर्वनारायण झा का कहना है कि गोमती नगर स्थित केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में एम.ए. (संस्कृत), एम.ए. (ज्योतिष), एम.ए. (हिन्दू स्टडीज) तथा एम.ए. (भगवद्गीता अध्ययन) के कार्यक्रम शुरु होने हैं। इसके साथ ‘संस्कृत साहित्य में विज्ञान’ विषय में डिप्लोमा कार्यक्रम भी शुरु हो रहा है। घर बैठे अथवा पढ़ाई या जाब करते हुए इन प्रोग्राम्स को आसानी से किया जा सकता है तथा संस्कृत शास्त्रों का अध्ययन किया जा सकता है।

 इग्नू की क्षेत्रीय शाखा में सहायक निदेशक डॉ. कीर्ति विक्रम सिंह ने बताया कि ‘हिन्दू स्टडीज तथा भगवद्गीता स्टडीज में स्नातकोत्तर के कार्यक्रम विश्वविद्यालय के द्वारा प्रथम बार आरम्भ किये गये हैं। इस समय इन कार्यक्रमों का स्टडी मटेरियल तथा अध्ययन-अध्यापन हिन्दी माध्यम से होगा, लेकिन अंग्रेजी माध्यम से भी परीक्षा लिखी जा सकती है। ये दोनों कार्यक्रम काफी लोकप्रिय हो रहे हैं तथा देश-विदेश से बड़ी संख्या में इनमें प्रवेश हो रहा है। भविष्य में ये इग्नू के लोकप्रिय कार्यक्रम में शुमार होंगे।

परिसर में इग्नू के प्रोग्राम्स के संयोजक डॉ. प्रफुल्ल गड़पाल ने बताया कि ‘इस समय इन कार्यक्रमों में जुलाई सत्र हेतु प्रवेश-प्रक्रिया चल रही है। इग्नू की वेबसाइट पर ‘समर्थ’ के द्वारा प्रवेश लिया जा सकता है। 20 सितंबर, 2024 प्रवेश की अन्तिम तिथि निर्धारित की गयी है।’ कोई विद्यार्थी यदि नियमित कोर्स कर रहा है, तो वह भी इन दूरस्थ या ओपन शिक्षा के कार्यक्रमों में प्रवेश लेकर ड्यूअल डिग्री का लाभ ले सकता है।

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