नैनी में बनेगी प्रदेश की सबसे बड़ी तीसरी महिला जेल, जल्द लगेगी मुहर

शासन को डेढ़ महीने पहले भेजा गया प्रस्ताव

नैनी में बनेगी प्रदेश की सबसे बड़ी तीसरी महिला जेल, जल्द लगेगी मुहर

प्रयागराज, अमृत विचार: नैनी सेंट्रल जेल में महिला बंदियों के लिए शासन स्तर पर एक बड़ा बदलाव होने की तैयारी में है। जेल में रहने वाली महिला बंदियों के लिए महिला जेल बनाने का प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है। प्रस्ताव पर मुहर लगने के बाद यह मिला जेल प्रदेश की पुण्य सबसे बड़ी जेल बनकर तैयार होगी। जिस पर जल्द ही मुहर लगने वाली है। अभी महिला बैरकों में 120 महिलाओं की क्षमता है।

प्रस्ताव पर मुहर लगने के बाद इस महिला जेल को तैयार किया जायेगा। नैनी सेंट्रल जेल में बंद सजायाफ्ता और अंडर ट्रायल महिला बंदियों के लिए अब एक अलग महिला जेल बनाने की तैयारी की जा रही है। जो प्रदेश की सबसे बड़ी और तीसरी महिला जेल होगी। इस जेल की क्षमता महिला बंदियों जा संख्या और प्रस्ताव के आधार पर होगी। इस जेल में दो मंजिला ईमारत बनाई जाएगी। इसके अलावा चार बैरके भी बनेगी। इस नारी निकेतन में अन्य जिलों से कई सजायफ्ता महिला बंदियों को भेजा जाएगा। अभी फिलहाल इस महिला जेल की बैरकों में 50 सजायाफ्ता बंदी है। बाकी अंडर ट्रायल है। 

महिला जेल में नियुक्त होंगे  अधीक्षक व जेलर

इस महिला जेल के निर्माण के बाद इसमे एक अधीक्षक व जेलर और जेल वार्डर भी नियुक्त किये जाएगे। जो शासन स्तर पर नियुक्त होंगे। महिला जेल को पूरा जिला जेल की तरह ही तैयार किया जाएगा। जिसमें सर्किल, बैरक, पाकशाला अस्पताल समेत वो सारी सुविधायें होंगी जो जिला जेल में दी गयी है।

बैरक में नियुक्त होंगे पैरालीगल वारंटियर

सेंट्रल और जिला में पुरुष बंदियों के लिए जेल की बैरकों में राइटर या नंबरदार नियुक्त होते है। लेकिन महिला जेल में संख्या कम होने के कारण उनकी विभिन्न समस्याओं को अधिकारी या उनके वकील तक उनकी बातो को पहुंचाने के लिए जिला विधिक प्राधिकरण की ओर से एक पैरा लीगल वारंटियर नियुक्त करने का भी प्रावधान है। 

 केंदीय कारागार नैनी के वरिष्ठ जेल अधीक्षक रंग बहादुर पटेल ने बताया कि महिला बंदियों के लिए नारी निकेतन बनाने का प्रस्ताव शासन जो डेढ़ महीने पहले भेजा गया है। अभी उस प्रस्ताव पर मुहर नही लगी है। मुहर लगने के बाद जल्द ही महिला जेल का कार्य शुरु काराया जाएगा। इससे जेल मे महिला बंदियों को काफी राहत मिलेगा। यह महिला जेल की तरह ही सभी सुविधाओं से युक्त होगा।