मुरादाबाद : आखिर कब तक रोड़ी रेता बिछाकर लोनिवि ढकेगा कांठ रोड की बदहाली

गड्ढों में डाली रोड़ी बजरी पर फिसल कर बाइक सवार हो रहे गंभीर रूप से चोटिल, सर्राफा, कपड़ा मिठाई, रेस्टोरेंट सभी के कारोबार पर पड़ रहा असर

मुरादाबाद : आखिर कब तक रोड़ी रेता बिछाकर लोनिवि ढकेगा कांठ रोड की बदहाली

मुरादाबाद, अमृत विचार। कांठ रोड की सड़कों पर कब तक रेत बजरी डालता रहेगा लोक निर्माण विभाग अब यह सवाल लोग पूछ रहे हैं। हालांकि जनप्रतिनिधि प्रशासन के सामने क्यों चुप हैं। एक साल से कभी गड्ढों का पैचवर्क तो कभी गड्ढों में रोड़ी रेत डालकर काम चलाने वाले लोक निर्माण विभाग के पास कांठ रोड को बनाने के लिए शासन से पैसा भी आ चुका है। ऐसे में अधिकारी तरह-तरह के बहाने बना रहे हैं। कांठ रोड पर आए दिन होने वाले हादसों से लोग सहमे हैं।

वहीं वाहन भी क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। हाल ही में पीडब्ल्यूडी की ओर से कांठ रोड पर रोड़ी रेत डाला गया है जिस पर बाइक सवारों के फिसलने के हादसे पहले से और बढ़ गए है। इस रोड से प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा जन प्रतिनिधियों का निकलना भी रोज होता है।

लोक निर्माण विभाग कांठ रोड को बनाने में पिछले एक साल से लगातार ढिलाई बरत रहा है। विभाग से न तो प्रशासनिक अधिकारी, न जनप्रतिनिधियों ने भी कोई जानकारी करने की जहमत की है। शायद समय से संज्ञान लेते तो अब तक रोड का निर्माण हो जाता। हालांकि सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण कांठ रोड पर सबसे अधिक रेडीमेड कपड़े, ज्वैलरी और खाने पीने के शोरूम बने है। इसी रोड पर अस्पतालों की भी अच्छी खासी संख्या है। इसके अलावा कई बड़े मॉल बने हैं। लेकिन, अब सबसे ज्यादा दयनीय स्थिति भी इसी रोड की है। लगातार एक साल कई बार रोड खोदे जाने के कारण व्यापार भी गहरा असर पड़ रहा। 

सर्राफा, कपड़ा, मिठाई, मॉल रेस्टोरेंट स्वामी रोड की हालत से परेशान है। सभी का कहना है कि रोड की इस दुर्दशा से पहले और मौजूदा वक्त में 35 से 40 प्रतिशत कारोबार कम हो गया है। लोग अब प्रशासनिक अधिकारियों के साथ जनप्रतिनिधियों की ओर देख रहे है। लोगों का कहना है कि कांठ रोड की इस हालत के लिए शासन प्रशासन दोनों ही जिम्मेदार हैं। उधर विभागीय अधिकारियों के कान पर भी जूं नहीं रेंग रही है। इस मार्ग पर रोज चलने वाले और सड़क पर पड़े मोटे रोड़े और बजरी पर बाइक फिसलने से हर दिन लोग चोटिल हो रहे हैं।


बरसात के बाद कार्य शुरू कराया जाएगा। रोड पर डाली बजरी, रोड़ा, रेता सब हटाकर रोड मानक के अनुसार बनाया जाएगा। फव्वारा चौक से छजलैट तक 22 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण किया जाना है। टेंडर मिलने के बाद तैयारी कर ली गई है। बस बरसात रुकने की देर है।- संजय सिंह, मुख्य अभियंता, लोक निर्माण विभाग

होटलों में सब्जी की सप्लाई करता हूं। इस सिलसिले में कांठ रोड पर दिन में चार से पांच बार आता हूं। कई बार ऐसा होता है सड़क के गड्ढों में मेरी कार के हिचकोले खाने से बगल में चल रही बाइक अचानक गिर जाती है। कई बार बड़ा हादसा होने से बचा है।- मोहम्मद इरफान, सब्जी व्यापारी

पिछले साल ही शोरूम खुला था। तब कारोबार की स्थिति बेहतर थी। लेकिन, कुछ समय बाद सड़क पर खोदाई का कार्य शुरू हुआ तब से अब तक कारोबार पर 30 से 35 प्रतिशत फर्क पड़ा है। हल्की बारिश से शोरूम के सामने पानी भर जाता है। हर घंटे जाम की स्थिति बनी रहती है। जिससे ग्राहक आने से कतराते हैं। -राजवीर सिंह, सेल्स मैनेजर बीबा कपड़ा शोरूम

मेरा घर तो टीडीआई सिटी में है। कई बार इस रोड से निकलना पड़ता है। मेरी मोपेड कई बार सड़क पर पड़ी रोड़ी के कारण फिसल गई है, गनीमत रही की चोट नहीं आई। यहां आने जाने से बचने के लिए कई बार लोगों के बुलावे पर नहीं जा पाता।-पंडित विशेष कुमार शुक्ला

शोरूम सड़क के करीब है। टूटी सड़क के चलते आए दिन जाम लगता है। शोरूम के आगे इतनी जगह होने के बाद भी कुछ ग्राहकों ने जाम के कारण शोरूम पर आना बंद कर दिया है। इससे 25- 30 प्रतिशत कारोबार कम हुआ है। -तेजेंद्र सिंह, तनिष्क शोरूम के सेल्स मैनेजर

दिनभर किला मोड़ पर खड़े वाहनों का जाम खुलवाने में लगे रहते हैं। कांठ रोड पर साल भर से हुए गड्ढों को भरवाया नहीं गया है। जिससे दिन में 10-20 लोग सड़क के बीचोबीच गिर जाते हैं। कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। बारिश में गड्ढों का अंदाजा नहीं होने के कारण लोग अक्सर हादसे का शिकार हो रहे हैं। -सतपाल सिंह, यातायात पुलिसकर्मी

पेंटालून ब्रांड का कपड़ा पहनने वाले ग्राहक दूर से आते थे। लेकिन, पिछले एक साल से लगभग 60- 70 ऐसे ग्राहकों ने आना बंद किया है जो हर दूसरे महीने खरीदारी करते थे। किला मोड़ पर ही बने गड्ढों से होकर रोज सरकारी अधिकारियों का निकलना होता है। लेकिन, फिर भी स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है।-बिकुल त्यागी, मैनेजर, पेंटालून शोरूम

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