हजरत मुहम्मद सारे जहान के लिए रहमत बन कर आए : आदम मुस्तफा
कदीमी जलसे का हुआ आयोजन, उलेमाओं ने की तकरीर
अयोध्या, अमृत विचार। फैजाबाद का कदीमी जलसा सीरतुन्नबी व सीरत-ए-सहाबा का आयोजन पुरानी मछली मंडी में शनिवार रात आयोजित किया गया। मुफ्ती जियाउद्दीन कासमी की अध्यक्षता और मौलाना अहमद आरिफ हस्सान के संचालन में जलसा हुआ। शुभारंभ हाफिज जिया उल हक अफ्फान ने पवित्र कुरान की आयतों को पढ़ कर किया।
इस मौके पर नात ए पाक का नजराना अशफाक बहराइच बातिन ने पेश किया। मुख्य अतिथि मौलाना आदम मुस्तफा फिरोजाबादी ने अपने खिताब में कहा कि मुहम्मद साहब ने अपना पूरा जीवन त्याग तपस्या और लोगों की निस्वार्थ सेवा में लगाए रखा। उन्होंने कलमा पढ़ कर मुसलमान होने वालों को सच्चाई, ईमानदारी, सहनशीलता, प्रेम और सद्भाव का ऐसा पाठ पढ़ाया कि लोग उससे प्रभावित होकर इस्लाम की तरफ खिंचते चले गये। वह सारे जहान के लिए रहमत बन कर दुनिया में आए। जलसे में मौलाना फैय्याज बाराबंकी, मौलाना अब्दुल मन्नान कासमी, मुफ्ती जिया उद्दीन कासमी, कारी इरफान अहमद हलीमी के अलावा मौलवी असजद ने भी खिताब किया। इस अवसर पर मुफ्ती अफजाल अहमद कासमी, मौलाना अब्दुल कैय्यूम, मास्टर इरशाद रब्बानी, फरकान भाई, हाजी मोहम्मद अनीस, अमीन अंसारी, मौलाना जहीर अब्बास और हाफिज जावेद के अलावा बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।