बाराबंकी: पकड़ी गई फर्जी बीमा कंपनी, पांच शातिर गिरफ्तार

13 सौ से अधिक लोगों से 12 करोड़ रुपये ऐंठे

बाराबंकी: पकड़ी गई फर्जी बीमा कंपनी, पांच शातिर गिरफ्तार

बाराबंकी, अमृत विचार। बाराबंकी में एक और फर्जी बीमा कंपनी पकड़ी गई है। इस कंपनी के एजेंट डेढ़ गुना ब्याज का लालच देकर खाते में रुपया जमा करवा रहे थे। करीब 13 सौ से अधिक लोगों से 12 करोड़ रुपये ऐंठ लिए गए लेकिन एक रुपया भी वापस नहीं दिया। राज तब खुला जब दो लोगों ने इनकी चोरी पकड़ी और रिपोर्ट दर्ज करवाई। इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई और पूरे गैंग को दबोच लिया। पुलिस ने एलआईसी भवन के पास चल रहे कार्यालय से जुड़े पांच लोगों को गिरफ्तार कर इनके पास से पासबुक, डायरी व कम्प्यूटर सेट बरामद किया है। 

बताते चलें कि बच्चालाल पुत्र शिवदास व मीरा देवी पत्नी वेदप्रकाश निवासीगण सुरसरण्डा थाना मसौली व कुछ अन्य लोगों ने थाना कोतवाली नगर पर शिकायती पत्र दिया कि रेखा देवी पत्नी सुनील गौतम निवासी ग्राम शहावपुर थाना मसौली ने अपने आपको रिच डायमण्ड इण्डिया लिमिटेड की एजेन्ट बताकर अपने साथियों के साथ मिलकर अधिक ब्याज का लालच देकर रुपये जमा कराए, जबकि पूरे रुपयों को अभिलेखों में न दिखाकर कम रुपये दिखाये गये। 

पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी। शनिवार को पुलिस लाइन के सभागार में पत्रकारों से वार्ता करते हुए एएसपी दक्षिणी डा अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि कोतवाली नगर पुलिस टीम ने फर्जी रिच डायमन्ड कम्पनी बनाकर धोखाधड़ी करने वाले 5 अभियुक्तों एजेंट रेखा उर्फ धर्मावती पत्नी सुनील कुमार गौतम निवासी शहावपुर थाना मसौली, निदेशक शैलेन्द्र कुमार वर्मा पुत्र श्री लालचन्द्र वर्मा निवासी ग्राम व पोस्ट सूरतगंज थाना मोहम्मदपुर खाला, शाखा प्रबंधक सौरभ वर्मा पुत्र परमानन्द वर्मा निवासी ग्राम व पोस्ट बन्नी खरैला थाना मानपुर जनपद सीतापुर, कार्यालय सहायक उपेन्द्र कुमार पुत्र कमलेश कुमार निवासी सादुल्लापुर थाना फतेहपुर व फील्ड वर्कर अंकित कुमार यादव पुत्र रामहर्ष निवासी मोहिद्दीनपुर थाना जहांगीराबाद को आवास विकास में एलआईसी बिल्डिंग के पास से गिरफ्तार किया। इनके कब्जे व निशांदेही से 28 पासबुक, 7 डायरी व एक कम्प्यूटर सेट बरामद हुआ। 

पूछताछ से पता चला कि यह सभी थाना कोतवाली नगर क्षेत्र में एल.आई.सी. आफिस के निकट आवास विकास स्थित सांई प्लाजा में रिच डायमण्ड इण्डिया लिमिटेड के नाम से फर्जी कम्पनी बनाकर जनता के भोले भाले व कम पढ़े लिखे लोगों को डेढ़ गुना ब्याज का लालच देकर खाता खुलवाने के पश्चात पैसा जमा कराते हैं। लोगों से जो पैसा प्रति महीना जमा किया जाता है उसे अभिलेखों में कम अंकित करते हैं। इन लोगों ने कूटरचित दस्तावेज बनाकर अभी तक 1200-1300 लोगों से पैसा जमा कराया, किन्तु किसी को भी पैसा वापस नहीं किया गया।

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