Kanpur: कोर्ट की अनुमति पर दुष्कर्म पीड़िता का कराया गर्भपात; पैदा हुई जीवित बच्ची...24 घंटे बाद मौत, जानिए पूरा मामला

Kanpur: कोर्ट की अनुमति पर दुष्कर्म पीड़िता का कराया गर्भपात; पैदा हुई जीवित बच्ची...24 घंटे बाद मौत, जानिए पूरा मामला

कानपुर, अमृत विचार। बिधनू क्षेत्र के एक गांव में पांच महीने पहले दुष्कर्म के बाद गर्भवती हुई रेप पीड़िता का बुधवार को अदालत की अनुमति मिलने के बाद गर्भपात कराया गया। डफरिन अस्पताल में गर्भपात के दौरान जीवित बच्ची पैदा हुई। उसे हैलट अस्पताल के एनआईसीयू में भर्ती कर जान बचाने की पूरी कोशिश की गई, लेकिन प्रीमीच्योर होने के कारण 24 घंटे बाद बच्ची की सांसें थम गईं। पुलिस ने नवजात के शव का शुक्रवार को पोस्टमार्टम कराया है।

बिधनू थाना क्षेत्र के एक गांव के रहने वाले एक व्यक्ति ने पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि 3 मई की शाम आरोपी पिंटू सिंह ने बहाने से उसकी 17 वर्षीय बेटी को अपने घर बुलाया और फिर दरवाजा बंद कर दुराचार किया। आरोपी ने बेटी को मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी दी थी, जिससे बेटी सहमी रही और किसी को कुछ नहीं बताया। बेटी के गर्भवती होने पर परिवार वालों ने जब पूछताछ की तो बेटी ने सारा घटनाक्रम बताया।

इसके बाद पिता ने बिधनू थाने में तहरीर देकर एफआईआर दर्ज कराई थी। पिता ने बेटी का गर्भपात कराने के लिए उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर गुहार लगाई। उच्च न्यायालय से अनुमति मिलने के इंतजार में पांच महीने गुजर गए। 

अदालत से अनुमति मिलने के बाद बुधवार को कानपुर के डफरिन अस्पताल में रेप पीड़िता का गर्भपात कराया गया। डफरिन अस्पताल की महिला डॉक्टरों ने दोपहर करीब 2 बजे गर्भपात कराने में खासी सावधानी बरती। डॉक्टरों ने दोनों की जान बचाने का भरसक प्रयास किया।

महिला डॉक्टरों की टीम ने जीवित बच्ची का प्रसव कराया। प्री-मिच्योर बच्ची की हालत को देखते हुए उसे हैलट अस्पताल के जच्चा-बच्चा अस्पताल की एनआईसीयू में भर्ती किया गया, लेकिन 24 घंटे बाद गुरुवार को बच्ची ने दम तोड़ दिया। शुक्रवार को पुलिस ने नवजात बच्ची के शव का पोस्टमार्टम कराया।

उच्च न्यायालय भेजी जाएगी पोस्टमार्टम रिपोर्ट

बिधनू थाना प्रभारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि उच्च न्यायालय की अनुमति मिलने के बाद रेप पीड़िता गर्भपात कराया गया है। जीवित बच्ची ने जन्म लिया, जिसे हैलट अस्पताल के एनआईसीयू में भर्ती किया गया था, जहां गुरुवार शाम उसकी मौत होने के बाद शुक्रवार को पोस्टमार्टम कराया गया है। उन्होंने बताया कि नवजात की पोस्टमार्टम रिपोर्ट उच्च न्यायालय को भेजी जाएगी।

जेल में बंद रेप का आरोपी

तीन मई की शाम बहाने से किशोरी को घर बुलाकर दुष्कर्म करने वाले आरोपी पिंटू सिंह के खिलाफ पिता की तहरीर पर गालीगलौज कर जान से मारने की धमकी देने, पॉक्सो और दुष्कर्म की एफआईआर दर्ज की गई थी। घटना के बाद आरोपी फरार हो गया था, लेकिन तत्कालीन थाना प्रभारी प्रेमचन्द्र कनौजिया ने एक जून को मुखबिर की सूचना पर कठेरुआ गांव के पास आरोपी पिंटू सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। तब से आरोपी जेल में बंद है।

बटाई पर दे रखा था खेत

पीड़िता के पिता ने बताया कि उन्होंने पड़ोसी पिंटू सिंह के खेत बटाई पर ले रखे थे, जिसमें फसल करते थे। बटाईदारी और पड़ोसी होने के नाते आरोपी के घर उसके परिवार का आना-जाना था। तीन मई की शाम पिंटू ने काम के बहाने से बेटी को घर बुलाया था। बेटी उसके घर पहुंची तो पिंटू ने दरवाजा बंद कर दुष्कर्म किया। 

धमकी से भयभीत बेटी को गुमशुम देख मां ने वजह पूछी तो पहले टाल दिया। फिर गर्भवती होने पर जानकारी हुई। परिजनों ने पिंटू के घर जाकर उलाहना दिया तो आरोपी ने गालीगलौज करते हुए धमकी देकर भगा दिया था। इसी के बाद बेटी के साथ थाने पहुंचकर किसान पिता ने मुकदमा दर्ज कराया था। 

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