बाराबंकी: इलाज तो दूर, हेल्थ वेलनेस सेंटरों पर लटक रहे ताले

डेढ़ दर्जन सेंटरों पर नहीं है सीएचओ की तैनाती

बाराबंकी: इलाज तो दूर, हेल्थ वेलनेस सेंटरों पर लटक रहे ताले

कोठी/बाराबंकी, अमृत विचार। स्वास्थ्य विभाग भले ही जनता को बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था मुहैया कराने के दावा कर रहा हो लेकिन जमीनी हकीकत कुछ अलग है। ग्रामीण स्तर पर बेहतर स्वास्थ्य दिलाने के लिए विकास खंड के अंतर्गत हेल्थ वेलनेस सेंटर खोला गया है। लेकिन यहां पर आधे हेल्थ वेलनेस सेंटर पर ताला लटकता रहता है। कुछ सेंटरों पर तो कभी-कभी ताले खुलते हैं। जहां पर मरीजों को इलाज मिलना मुश्किल है।

सिद्धौर ब्लॉक क्षेत्र के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है। जहां पर 35 हेल्थ वेलनेस सेंटर हैं। जहां पर मात्र 19 सेंटरों पर सीएचओ की तैनाती है। 16 सेंटरों पर अभी भी सीएचओ की तैनाती नहीं होने से लोगों को इलाज के लिए समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

वहीं जो 19 सेंटरों पर तैनाती है। वह भी कभी-कभार ही केंद्र पर सीएचओ आती हैं। जिससे केंद्र का ताला खुलता है। जिसका जीता जाता उदाहरण सीएचसी अधीक्षक की लापरवाही पर जाता है। क्षेत्र के अंतर्गत सेमरावां, मीरापुर ,सरायमीर, ढेढिया, असदामऊ, जरगांवा सहित कई सेंटर हैं। जहां सीएचओ तैनात है। लेकिन यह सेंटर कभी भी नहीं खोले जाते हैं। स्थानीय लोग भी शिकायत करते हैं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती है। सीएचसी अधीक्षक संजय पांडेय ने बताया कि जहां पर तैनाती नहीं है। वह नहीं खुलते है बाकी तो समय से खोले जा रहे हैं। इस पर जांच की प्रक्रिया चलाई जाती है।

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