Kanpur: नगर आयुक्त ने स्मार्ट सिटी प्रभारी को हटाया, नए ने तैनाती को स्वीकारने से किया इंकार

स्मार्ट सिटी के कार्यों की शासन स्तर से जांच चल रही है

Kanpur: नगर आयुक्त ने स्मार्ट सिटी प्रभारी को हटाया, नए ने तैनाती को स्वीकारने से किया इंकार

कानपुर, अमृत विचार। कानपुर स्मार्ट सिटी के तहत शहर में हुये कार्यों की शासन स्तर से जांच चल रही है। मंडलायुक्त के निर्देश पर बनी जांच समिति शिकायतों के आधार पर कार्यों को जांच रही है। भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच नगर आयुक्त सुधीर कुमार ने कानपुर स्मार्ट सिटी के नोडल अधिकारी आरके सिंह को हटा दिया है। 

इसकी जिम्मेदारी अधिशाषी अभियंता अभियंत्रण खंड-4 आरके तिवारी को दी गई है। जांच के बीच मिली जिम्मेदारी को स्वीकारने से नये नोडल अधिकारी ने इंकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि तैनाती मिली जरूर है लेकिन न मैंने अभी पद ग्रहण किया है और न ही करूंगा। 

विधान परिषद की विधान प्राधिकरणों, आवास एवं विकास परिषद, नगर निगम में व्याप्त अनियमितताओं की जांच करने वाली समिति से शहर के वार्ड 39 के पार्षद मनीष मिश्रा ने स्मार्ट सिटी द्वारा कराये गये कार्यों की शिकायत की है। स्मार्ट सिटी के तहत हुये कार्यों में घोटाले और सरकारी धन की लूट, एक काम के दो बार भुगतान संबंधी शिकायत पर विशेष सचिव अरुण प्रकाश ने कानपुर मंडलायुक्त को जांच के निर्देश दिये थे। 

उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों की समिति गठित कर जांच रिपोर्ट मांगी है। विशेष सचिव ने मंडलायुक्त कानपुर अमित गुप्ता को पत्र लिखकर तीन बिंदुओं के आधार पर स्पष्ट रिपोर्ट मांगी है। इसी के तहत शहर में अधिकारी जांच में जुटे हैं। इस बीच नगर आयुक्त सुधीर कुमार ने कानपुर स्मार्ट सिटी के नोडल अधिकारी आरके सिंह को पद से हटा दिया है। 

वार्षिक लेखा भी शासन को नहीं कराया उपलब्ध

कानपुर स्मार्ट सिटी पर कंपनी अधिनियम में भी कार्रवाई हो सकती है। मिशन निदेशक धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि वित्तीय वर्ष 18-19 से 2022-23 के वार्षिक लेखों को शासन को कानपुर स्मार्ट सिटी ने उपलब्ध नहीं कराया है। स्मार्ट सिटी मिशन निदेशक ने पत्र जारी कर प्राथमिकता से आडिट कराये जाने के संबंध में वार्षिक लेखा मांगा है। नियमों के तहत ऐसा न करने पर कानपुर स्मार्ट सिटी पर कंपनी अधिनियम में कार्रवाई हो सकती है।

यह आरोप लगाये गए हैं

-कार्यों के कई बार भुगतान करने
-स्मार्ट सिटी द्वारा कई वार्डों की उपेक्षा करने
-मानक के विपरीत कार्य करने की
-अपने चहेते 4-5 ठेकेदारों से कार्य कराने
-झकरकटी तालाब सुंदरीकरण में फर्जी तरह से टेंडर देने
-पार्कों का अधूरा विकास कर पैसा हड़पने के आरोप

मैं कानपुर स्मार्ट सिटी के बारे में कोई जानकारी नहीं दे सकता हूं। मुझे नोडल अधिकारी बनाया जरूर गया है लेकिन मैंने पदभार ग्रहण नहीं किया है और करूंगा भी नहीं। - आरके तिवारी, अधिशाषी अभियन्ता, जोन-4

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