Behraich के बाद कानपुर में भी जंगली जानवर का आतंक...हमले में तीन जख्मी, लोगों में भरी दहशत

Behraich के बाद कानपुर में भी जंगली जानवर का आतंक...हमले में तीन जख्मी, लोगों में भरी दहशत

कानपुर, अमृत विचार। नर्वल क्षेत्र में जंगली जानवर के हमले के बाद लोग दहशत में जी रहे हैं। शाम ढलते ही लोग घरों में कैद हो जाते हैं। दिन में भी लोग खेतों की तरफ जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। बच्चों से लेकर बुजुर्ग व युवा सभी डर से सहमे हुए हैं। मंगलवार को जंगली जानवर के हमले में तीन लोग घायल हो गए। गुरुवार को वन विभाग की टीम गांव पहुंची और जानवर की तलाश में सर्च आपरेशन चलाया, लेकिन देर शाम तक जानवर का कुछ पता नहीं चला।

सरसौल ब्लाक के सेमरुवा और बेहटा सकठ गांव में मंगलवार को जंगली जानवर ने खेतों में काम कर रहे लोगों के ऊपर जानलेवा हमला कर दिया था। गुरुवार को वन विभाग की टीम सेमरुवा गांव पहुंची। टीम में रेंजर आयुष त्रिपाठी, बीट प्रभारी डीएस तिवारी और कृष्ण कुमार कुशवाहा शामिल थे। टीम के सदस्यों ने जंगली जानवर के हमले में घायल हुए सेमरुवा गांव के सानू (10), रामबहादुर (50) और बेहटा सकठ के रामकिशोर (45) से बात की।

वन विभाग की टीम ने गांव के लोगों से भी जानकारी ली। इसके बाद खेतों में सर्च ऑपरेशन चलाया गया। शाम तक खोजबीन की गई। सर्च ऑपरेशन के दौरान जंगली जानवर के पैरों के निशान दिखे हैं, लेकिन बारिश होने की वजह से इस बात का अंदाजा लगाना मुमकिन नहीं रहा कि आखिर कौन सा जंगली जानवर है।

ग्रामीणों ने बताया कि गुरुवार को भी खेतों पर खतरनाक जानवर दिखा है। लगभग तीन घंटे तक टीम ने खेतों और आसपास सर्च आपरेशन चलाया, लेकिन न तो जानवर कहीं दिखा न ही उससे संबंधित कोई अहम सुराग हाथ लगा। देर शाम टीम वापस चली गई।