आदमखोर सियार का बढ़ा आतंक, खैरहा में बकरी को मार डाला

शोर मचाने पर दौड़े ग्रामीणों की आहट पर जंगल की तरफ भागा, दियरा में हफ्ते भर से वन विभाग का डेरा, पर सियार नहीं मिला

आदमखोर सियार का बढ़ा आतंक, खैरहा में बकरी को मार डाला

मोतिगरपुर/ सुलतानपुर, अमृत विचारः आदमखोर सियार के हमले से ग्रामीण दहशत में है। रविवार को छप्पर में बंधी बकरी को नोच कर मार डाला। कुत्तों के भौंकने की आवाज पर उठे परिजनों ने हल्ला गुहार की। ग्रामीणों दौड़ने पर सियार जंगल की तरफ भाग निकला। सूचना पर पहुंचे वन दरोगा ने निशान को घेरकर जांच शुरू की है।

मोतिगरपुर थाना क्षेत्र के खैरहा गांव में लालती पत्नी स्व. शिवराम कनौजिया की 10 माह की बकरी छप्पर में बांधी थी। रविवार रात करीब 9.30 बजे अचानक बिजली कट गई, लोग घर के बरामदे में थे। बगल के छप्पर में बंधी बकरी को सियार नोच रहा था। कुत्तों के भौंकने पर परिजन दौड़े। सियार को देखकर शोर मचाते हुए ग्रामीण दौड़े तो खेतों से होकर पह जंगल में भाग गया। प्रधान की सूचना पर वन दरोगा चन्द्र प्रकाश, बीट प्रभारी मनोज गुप्ता के साथ पहुंचे।  सियार के पैर के निशान को घेर कर अधिकारियों को सूचना दी। क्षेत्र में सियार के हमले से ग्रामीणों में दहशत है। वन रेंजर अवधेश कुमार वर्मा ने बताया कि खैरहा में चार कैमरा व एक पिंजरा लगवाया गया है। वन विभाग की टीम कैंप कर रही है।

दुधमुंही बच्ची की हो चुकी है मौत

इससे पहले दियरा के कोडरिया मे हफ्ते भर पूर्व मां के बगल सो रही दुधमुंही बच्ची को सियार ने खेत मे घसीट ले गया। नोचने से बच्चों की मौत हो गई थी। वन रक्षक एसके शर्मा ने घटनास्थल का दौरा कर वन कर्मियों को रेस्क्यू करने का निर्देश दिया था। घटनास्थल के आसपास गांव में एकांत बने घरों को चिन्हित कर बचाव के जरूरी दिशा निर्देश दिया। हफ्ते भर से वन विभाग की टीम डेरा डालकर ड्रोन कैमरे से भी निगरानी का प्रयास किया, पर अभी तक आदमखोर सियार का पता नहीं चला। दियरा के बगल गांव खैरहा में कई दिनों से गांव के लोग सियार के दरवाजे तक दस्तक देने पर भयभीत है। रविवार की रात सियार ने हमला कर बकरी को ही मार डाला। वन विभाग की टीम जांच पर जांच कर रही है।

सियार के हमले में घायल हुआ किसान

स्थानीय थाना क्षेत्र नगरी गांव में खेत में काम कर रहे 65 वर्ष की राजाराम को जंगली सियार ने हमला कर घायल कर दिया। किसान ने बताया कि खेत से घास निकालते समय सियार ने उसके ऊपर झपट्टा मारा। बचाव करते समय दोनों हाथों की हथेलियां में गहरे घाव हो गए। पास में कार्य कर रहे लोगों ने लाठी डंडे के साथ खदेड़ा तो वह नदी के किनारे भाग निकला। सूचना पर घायल को एंबुलेंस द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां डॉक्टर ने प्राथमिक करके घर भेजा।

सूचना पर थाना प्रभारी नारद मुनि सिंह निरीक्षक, राजस्व एवं वन विभाग के कर्मचारी सीएससी पहुंचे तथा राजस्व विभाग एवं वन विभाग के कर्मचारी भी सीएससी पहुंचकर घायल से घटना की जानकारी संकलित किया। घटना स्थल के लिए रवाना हो गए। राकेश चौहान वन दरोगा ने बताया कि भेड़िया नहीं जंगली सियार ने झपट्टा मारा है। नदी के किनारे जंगली सियार दिखाई देते हैं।  गांव के लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है।

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