बाराबंकी: चिकित्सक बोले, सांसद मेरे रिश्तेदार, सबको देख लेंगे
भाकियू ने लगाया आरोप, किया प्रदर्शन
त्रिवेदीगंज, बाराबंकी, अमृत विचार। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र त्रिवेदीगंज इलाज के बजाय विवाद का केंद्र बिंदु बनकर रह गया है। रोज हो रहे विवादों ने स्वास्थ्य केंद्र के प्रबंधन पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया है। लगातार विवादों में रहने वाले डाक्टर शशिकांत का विवाद पीछा नहीं छोड़ रहा। शुक्रवार की रात थाना लोनी कटरा अंतर्गत ग्राम सरैंयां निवासी रसोईयां अनसूइया शर्मा जीने से गिर गई। आनन-फानन में घायल महिला को उसका बेटा सुधाकर शर्मा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचा। इमरजेंसी कक्ष में फार्मासिस्ट चंदन ने इलाज का जिम्मा संभाला। इसी बीच सूचना पाकर अनेकों ग्राम वासी चिकित्सालय पहुंच गये और इलाज करने वाले डॉक्टर के बारे में जानकारी चाही। तभी कई किसान यूनियन के नेता भी स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गए।
उसके बाद तैनात डॉ. शशिकांत चौधरी अपने आवास से बाहर निकले और इलाज करने के बजाय लोगों पर रौब गांठने लगे। स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक को दिए गए ज्ञापन में किसान यूनियन के नेताओं ने इमरजेंसी पर तैनात डॉक्टर शशिकांत पर आरोप लगाया है कि उन्होंने लोगों के साथ अभद्रतापूर्ण व्यवहार किया और कहा कि वह सांसद के रिश्तेदार हैं, सबको देख लेंगे। नाराज किसान यूनियन के नेताओं ने मौके पर ही धरना प्रदर्शन शुरु कर दिया। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने मामले को शांत कराया और अनसूइया शर्मा का इलाज हुआ। शनिवार की सुबह ब्लॉक अध्यक्ष सचिन पांडे ने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ सीएचसी का घेराव कर धरना शुरु किया। मौके पर पहुंचे चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हरप्रीत सिंह को डा. शशिकांत चौधरी के खिलाफ ज्ञापन देने के बाद धरना समाप्त किया।
उप मुख्यमंत्री से हुई शिकायत
भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष अतुल रावत ने उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को शिकायती पत्र देकर चिकित्साधिकारी को नशे में धुत होकर इलाज करने और तीमारदारों के साथ अभद्रता का आरोप लगाया है।
बता दें कि 22 अगस्त की रात विकास क्षेत्र के ग्राम चंदी खेड़ा निवासी मंजू पत्नी श्यामलाल को किसी विषैले जंतु के काटने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र त्रिवेदीगंज में रात्रि 9:00 बजे भर्ती कराया गया था। भर्ती के समय डॉ. शशिकांत चौधरी चिकित्सालय पर तैनात थे। शिकायती पत्र में आरोप लगाया गया है डॉ.शशिकांत चौधरी नशे में धुत होकर आवास पर लेटे थे पीड़िता का इलाज स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा किया जा रहा था घटना की सूचना पाते ही जब स्थानीय लोग अस्पताल पहुंचे और चिकित्सक के बारे में जानकारी चाही, तो लड़खड़ाते हुए नशे में धुत डॉक्टर शशिकांत चौधरी आवास से बाहर आए और लोगों के साथ अभद्रता करने लगे जिसकी सूचना तत्काल अतुल रावत द्वारा सीएमओ को दी गई, जिस पर सीएमओ ने जांच कराने का आश्वासन भी दिया था। अतुल रावत का आरोप है डॉक्टर शशिकांत चौधरी ने उपस्थित लोगों को फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी थी।
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