बाराबंकी: बीडीओ का हो तबादला, तत्काल हो लंबित भुगतान,आंदोलित प्रधानों ने पीडी और डीडीओ के सामने रखी मांग, मिला आश्वासन

बाराबंकी: बीडीओ का हो तबादला, तत्काल हो लंबित भुगतान,आंदोलित प्रधानों ने पीडी और डीडीओ के सामने रखी मांग, मिला आश्वासन

रामनगर/बाराबंकी, अमृत विचार। कमीशन खोरी व खंड विकास अधिकारी के स्थानांतरण सहित अनेक समस्याओं पर ब्लॉक मुख्यालय में धरना दे रहे ग्राम प्रधानों से दूसरे दिन जिला विकास अधिकारी व परियोजना निदेशक ने वार्ता कर प्रधानों के लिखित व मौखिक बयान दर्ज करते हुए सभी बिंदुओं पर 10 दिवस के अंदर समाधान कराए जाने का आश्वासन देकर धरना समाप्त कराया। प्रधान संघ के जिला अध्यक्ष रामकुमार मिश्र ने बताया कि आगामी 12 सितंबर तक समस्त मांगे पूरी नहीं हुई तो हम सभी प्रधान सामूहिक त्याग पत्र देने के साथ अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे। जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी तब तक कार्य बहिष्कार भी रहेगा।

ज्ञात हो कि सोमवार को विकासखंड रामनगर के ग्राम प्रधानों ने ब्लॉक परिसर में विभिन्न समस्याओं को लेकर धरना प्रदर्शन शुरू किया। प्रधानों के द्वारा जारी धरना प्रदर्शन की सूचना पाकर मंगलवार को आये डीडीओ भूषण कुमार व पीडी मनीष कुमार  को ग्राम प्रधानों ने 10 सूत्रीय मांग पत्र देते हुए बताया कि गौशाला आदि के लंबित भुगतान तत्काल हो, डिमांड भी शीघ्र जारी हो। सभी ग्राम पंचायत में साठ चालीस के रेशियों के अनुसार पक्के काम कराए जाए। आईडी व एस्टीमेट ग्राम पंचायत की मांग के अनुरूप  तत्काल निर्गत हो । मनरेगा कार्यों का पक्का भुगतान क्रमश करायें।

 बाढ़ प्रभावित गांवों को प्राथमिकता दिए जाने मनरेगा कार्यो के समस्त कार्यों की फीडिंग करायी जाने जियो टैग समय से रिसीव हो। बीडीओ के स्थानांतरण की मांग रखी। जिस पर जिला विकास अधिकारी ने प्रधानों से वार्ता करते हुए 10 दिन के अंदर बताई गई सभी समस्याओं के निराकरण कराए जाने का आश्वासन देते हुए प्रधान गानों के अलग-अलग लिखित वह मौखिक बयान दर्ज कराया, और प्रधानों को आश्वस्त करते हुए कहा कि किसी भी प्रतिनिधि के साथ अन्याय नहीं होगा उच्च अधिकारियों को अवगत कराकर समस्त समस्याओं का समाधान कराया जाएगा।

सक्षम अधिकारियों के भरोसे पर प्रधानों ने धरना प्रदर्शन स्थगित किया। प्रधानों ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि जब तक हमारी समस्याओं का निराकरण नहीं हो जाएगा हम सब लोग कोई भी विकास से सम्बंधित कोई कार्य नही करेंगे। यदि दस दिनों में समस्याओं का निराकरण हुआ तो दोबारा अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे।

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