रामपुर : जौहर यूनिवर्सिटी के पास पिंजरे में कैद हुआ तेंदुआ, दर्जनों गांव में बना हुआ था खौफ

पकड़े गए तेंदुए को पीलीभीत के जंगल में छुड़वाया 

रामपुर : जौहर यूनिवर्सिटी के पास पिंजरे में कैद हुआ तेंदुआ, दर्जनों गांव में बना हुआ था खौफ

सैदनगर, अमृत विचार। पूर्व मंत्री आजम के ड्रीम प्रोजेक्ट मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय के पास हॉकी स्टेडियम में देर रात तेंदुआ पिंजरे में फंस गया। आसपास के दर्जनों गांव में तेंदुए की काफी दहशत थी। तेंदुआ पिछले दिनों विश्वविद्यालय परिसर में भी देखा गया था। तेंदुआ पकड़े जाने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। वन विभाग की टीम ने तेंदुए को पीलीभीत के जंगल में छुड़वा दिया है। 

अजीम नगर थाना क्षेत्र के एक दर्जन गांवों में काफी समय से तेंदुए का खौफ था। करीब एक वर्ष से तेंदुआ क्षेत्र में लगातार देखा जा रहा था। चार माह पूर्व हमसफर चौक पर घूम रहे तेंदुए का वीडियो वायरल हुआ था। 8 दिन पहले तेंदुआ मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय की दीवार पर बैठा हुआ दिखाई दिया था। इसके अलावा सीगनखेड़ा, हशमत गंज, शौकत नगर, खड़कपुर,खिजरपुर,बेनजीर पसियापुरा आदि गांव में भी  लोगों ने तेंदुआ देखा था।

वन विभाग की टीम ने पहले भी कई बार पिंजरा लगाया था। लेकिन, तेंदुआ नहीं फंसा था। पांच दिन पहले आलियागंज के ग्रामीणों ने तेंदुआ देखा तो वन विभाग ने अंतर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम में पिंजरा लगा दिया था। तेंदुए के भोजन के लिए पिंजरे में एक बकरी को बंद कर दिया गया था। रात करीब दो बजे बकरी को शिकार बनाने के चक्कर में तेंदुआ पिंजरे में कैद हो गया। पिंजरे में कैद होते ही तेंदुआ जोर-जोर से गुर्राने लगा।

स्टेडियम में मौजूद कर्मचारियों ने तेंदुआ पिंजरे में फंसने की सूचना वन विभाग को दी। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। पिंजरे में बंद तेंदुए को लेकर वन विभाग के कर्मचारी मंडी समिति पहुंच गए। वहां से तेंदुए को पीलीभीत के जंगल में छोड़ने को भेज दिया गया। वन विभाग के कर्मचारियों ने तेंदुए को पीलभीत के जंगल में छोड़ दिया है। तेंदुआ पकड़े जाने की सूचना ग्रामीणों को मिली तो उन्होंने राहत की सांस ली। 

ग्रामीणों में तेंदुए की थी दहशत  
सींगनखेड़ा, हशमत गंज, शौकत नगर, खड़कपुर, खिजरपुर, बेनजीर पसियापुरा आदि गांव में ने जब से  तेंदुआ देखा था। उसके बाद से दहशत में चल रहे  थे। किसान घरों से खेतों तक   जाने से डरते थे। इतना ही नहीं बच्चों को घरों के बाहर नहीं जाने दे रहे थे। बच्चों के लिए परिजन पहरेदार बने हुए थे। देर रात को तेंदुआ पिजरे में बंद हो जाने के बाद बच्चे घरों से बाहर निकले हैं। 

देर रात को तेंदुआ पिजरे में आ गया। जानकारी मिलने के बाद  टीम मौके पर पहुंच गई। उसके बाद तेंदुए को पीलीभीत के जंगलों में  छोड़ा दिया गया है।- राजीव कुमार,डीएफओ 

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