Unnao News: जेल के बगीचे में विचाराधीन बंदी ने फांसी लगाकर दी जान...नाबालिग से दुष्कर्म का आरोप

फोरेंसिक टीम के साथ एसडीएम ने पहुंचकर की जांच

Unnao News: जेल के बगीचे में विचाराधीन बंदी ने फांसी लगाकर दी जान...नाबालिग से दुष्कर्म का आरोप

उन्नाव, अमृत विचार। जिला कारागार के बगीचे में काम करने गए नाबालिग से दुष्कर्म के आरोप में जेल में बंद विचाराधीन बंदी ने गमछे का फंदा बनाकर पेड़ से लटककर आत्महत्या कर ली। जानकारी मिलते ही जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। सूचना पर एसडीएम व अन्य अफसर पहुंचे। फोरेंसिक टीम की जांच के बाद शव नीचे उतरवाकर मोर्चरी भेजा गया। घटना की सूचना के बाद भी उसके परिजन नहीं पहुंचे।

बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र के पलिया गांव निवासी सुधीर उर्फ ब्रिगेडियर (46) पुत्र दुलारे लाल लोहार को बांगरमऊ पुलिस ने नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में दर्ज रिपोर्ट के आधार पर 30 जुलाई-2016 को जेल भेजा था। तभी से वह जेल में था। उसके परिजन भी उसके कृत्य से दुखी होकर उससे कोई सरोकार नहीं रखते थे। 

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से उसे पैरवी के लिये अधिवक्ता उपलब्ध कराया गया था। कारागार के बगीचे में कार्य करने को बंदी गए थे। सुधीर भी उनके साथ गया था। इसी दौरान वह नजर बचाकर बगीचे में लगे पीपल के पेड़ में गमछे का फंदा बना कर लटक गया। बंदियों की नजर पड़ी तो उन्होंने जेल अफसरों को इसकी जानकारी दी। जेल के डॉक्टर पहुंचे लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। 

जानकारी पर एसडीएम हिमांशु गुप्ता व फोरेंसिक टीम ने मौके पर जाकर जांच की। शव नीचे उतरवाकर मोर्चरी भेजा गया। जेल प्रशासन ने इसकी सूचना परिजनों को दी। लेकिन उन्होंने आने से इंकार कर दिया। जेल अधीक्षक पंकज सिंह ने बताया कि विचाराधीन बंदी ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है। जांच के बाद परिजनों को इसकी खबर दी गई है। पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जा रही है। 

कई बार जा चुका जेल, शुक्रवार को हुई थी पेशी

दिवंगत सुधीर पूर्व में भी कई बार जेल जा चुका था और वह आपराधिक प्रवत्ति का था। सात सितंबर-2007 को बांगरमऊ पुलिस ने उसे एनडीपीएस व आर्म्स एक्ट में कार्रवाई कर जेल भेजा था। जिसमें उसकी 12 दिसंबर-2007 में जमानत हो गई थी। 10 जून-2010 को सुधीर दुष्कर्म में जेल भेजा गया था। इसके साथ ही उस पर आबकारी एक्ट सहित अन्य मामले भी चल रहे थे। 

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एक अप्रैल-2016 को वाद का निस्तारण होने पर वह जेल से बाहर आया था। लेकिन, उसके आचरण में बदलाव नहीं आया। चार महीने बाद 30 जुलाई को-2016 को बांगरमऊ पुलिस ने किशोरी से दुष्कर्म के आरोप में उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था। तभी से वह जेल में था। बीते शुक्रवार उसकी इसी मामले में एडीजे-12 कोर्ट में पेशी थी। जिसकी अगली तारीख तीन सितंबर दी गई थी। लेकिन उससे पहले शनिवार को उसने फांसी लगाकर जान दे दी।