बाराबंकी : वीआईपी बनने को बहा रहे पैसा, छह माह में बिके 336 नंबर

वीआईपी नंबरों को खरीदने में वाहन स्वामी दिखा रहे रुचि, परिवहन विभाग की भर रही झोली, बढ़ रहा राजस्व

बाराबंकी : वीआईपी बनने को बहा रहे पैसा, छह माह में बिके 336 नंबर

बाराबंकी, अमत विचार। अपनी गाड़ियों के लिए वीआईपी नंबर लेने का क्रेज जिले में बढ़ता जा रहा है। आंकड़े बता रहे हैं कि पिछले छह महीने में 336 वीआईपी नंबर बिके हैं। इन नंबरों के बिकने से परिवहन विभाग झोली राजस्व बढ़ने से भर रही है। एक समय था, जब वाहनों के वीआईपी नंबर लेने के लिए लोग सिफारिश लगवाते थे।

करीब 15 हजार रुपये में वीआईपी नंबर मिल जाता था। तीन से चार ही वीआईपी नंबर हुआ करते थे। परिवहन विभाग की ओर से छह साल पहले वीआईपी नंबर के लिए मोटा शुल्क अनिवार्य कर दिया गया, इसके बाद भी इन नंबरों के लिए लोगों का रुझान कम नहीं हुआ।

महंगे दामों पर इन नंबरों को खरीदर कर भौकाल बना रहे हैं। जिले में पिछले छह महीने के भीतर 336 लोगों ने वीआईपी नंबर लिया है। इनमें भी 0001 और 786 नंबर केवल कई लोगों ने खरीदा है। वहीं 2121 नंबर, 1212, 1313, 1515 और 4141 नंबरों के साथ अन्य वीआई नंबर कई बार बिके हैं। विभागीय सूत्रों के अनुसार 2023 में इन छह महीनों में यह संख्या इससे कम रही थी।

एक लाख कीमत के हैं यह नंबर

वीआईपी नंबर प्रथम श्रृखला के तहत 0001, 0002, 0003, 0004, 0005, 0006, 0007, 0008, 786, 1111, 2222, 3333, 4444, 5555, 6666, 7777, 8888, 9999 नंबर कार के लिए एक लाख और बाइक के लिए 20 हजार में मिलता है। जबकि 0099, 0100, 0011, 0111, 0200, 0222, 0300, 0333, 0400, 0044, 0500, 0555, 0600, 0700, 0777, 0800, 0888, 0900, 1000, 1100, 2000, 3000, 3300, 4400, 5000, 5500, 6000, 7700, 8000, 8800, 9000, 9900 नंबर लेने के लिए कार के लिए 50 हजार रुपये और बाइक के लिए 10 हजार रुपये देने पड़ते हैं।

एक से अधिक आवेदन पर लगती है बोली

नियमानुसार यदि किसी नंबर के लिए एक से अधिक लोगों ने आवेदन किया है तो उस नंबर के लिए ऑनलाइन बोली लगाई जाती है। इस दौरान नंबरों के दाम बढ़ जाते हैं। वहीं 0001 व 786 नंबर के लिए ग्राहकों को दो लाख या उससे अधिक रुपये तक देना पड़ जाता है। इससे परिवहन विभाग को अच्छा राजस्व मिलता है।

वीआईपी नंबर के लिए ऐसे करें आवेदन

एआरटीओ कार्यालय से वीआईपी नंबर लेने के लिए विभागीय पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करना होता है। इसके लिए सबसे पहले सड़क परिवहन मंत्रालय की वेबसाइट fancy.parivahan.gov.in जाना होगा। यहां पर पंजीकरण करने के बाद आवेदक को फीस भुगतान करना होगा। फीस जमा करने के बाद चुने गए नंबर की नीलामी में हिस्सा लेकर आवेदक वीआईपी नंबर ले सकता है।

इसमें कई कैटेगरी में नंबरों को रखकर उनकी कीमतें तय की गई हैं। वहीं अगर आपका पुराना चार पहिया वाहन है और उसकी उम्र खत्म नहीं हुई है तो आप अपने पुराने वाहन के पसंदीदा नंबर को भी नए वाहन के लिए ले सकते हैं। इसके लिए चार पहिया वाहन के लिए 20 हजार और दो पहिया वाहन के लिए चार हजार रुपये फीस जमा करनी होती है।

छह माह में बिके वीआईपी नंबर

माह          नंबर

जनवरी       53
फरवरी       56
मार्च           53

अप्रैल        69
मई           60
जून          45

एआरटीओ प्रवर्तन अंकिता शुक्ला ने बताया कि वीआईपी नंबरों के लिए लोग काफी प्रयासरत रहते हैं। पिछले छह महीने के अंदर 336 वीआईपी नंबर बिके हैं। इससे विभाग को अच्छा राजस्व भी मिला है। कई वीआईपी नंबरों की सीरीज कम दाम में भी उपलब्ध है। इसलिए लोग अपनी सुविधा के अनुसार ही वीआईपी नंबर ले रहे हैं। कुछ सीरीज में वीआईपी नंबर खाली भी रह जाते हैं। 

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