KGMU: सीनियर का जूनियर नर्स कर रही थी जांच, आक्रोशित नर्सिंग अधिकारियों ने उठाया यह कदम
लखनऊ, अमृत विचार। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में सीनियर नर्सिंग अफसरों की जांच जूनियर नर्स से कराने का मामला सामने आया है। जिसकों लेकर सीनियर नर्सिंग ऑफिसर्स में आक्रोश व्याप्त हो गया था, हालांकि समय रहते केजीएमयू प्रशासन ने आक्रोशित नर्सिंग ऑफिसर को समझाकर मामला शांत कराया है।
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— Amrit Vichar (@AmritVichar) August 29, 2024
दरअसल, किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में करीब 5 हजार बेड हैं। वहीं यहां दो हजार से अधिक नर्सिंग ऑफिसर तैनात हैं। गुरुवार को करीब 50 नर्सिंग ऑफिसर सीएमएस कार्यालय पर पहुंच गये। बताया जा रहा है कि यह सभी जूनियर नर्सों की तरफ से की जा रही जांच से परेशान थे। सीनियर नर्सिंग ऑफिसर यह सवाल उठा रहे थे कि जूनियर अपने सीनियर की जांच कैसे कर सकता है, जांच हमेशा सीनियर को करनी चाहिए। लेकिन केजीएमयू प्रशासन ने ही यह व्यवस्था बनाई थी कि केजीएमयू में तैनात नर्सिंग ऑफिसर की जांच स्वास्थ्य विभाग की नर्स करें। आरोप यह भी है कि केजीएमयू में तैनात स्वास्थ्य विभाग की नर्सों की तरफ से की जा रही जांच में निष्पक्षता भी नहीं बरती जा रही थी।
केजीएमयू नर्सिंग एसोसिएशन के संरक्षक प्रदीप गंगवार ने बताया कि केजीएमयू प्रशासन का यह कदम उचित नहीं था,जूनियर से सीनियर की जांच कराना कतई उचित नहीं कहा जा सकता। मेट्रन की जांच स्वास्थ्य विभाग की तरफ से केजीएमयू में तैनात सिस्टर इंचार्ज से कराई जा रही थी। इसी बात का विरोध जताने के लिए अधिकारियों से मुलाकात की गई थी। जिसका सकारात्मक परिणाम आया है।
इसके अलावा उन्होंने आज सीएमएस और एमएस से मुलाकात के दौरान 5000 बेड के इस अस्पताल को दस जोन में बांटकर एएनएस और डीएनएस के तैनाती की मांग की है।
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