बरेली के पंजाबपुरा में मकानों पर क्यों चस्पा हुए सामूहिक पलायन के नोटिस, दूसरे समुदाय की महिला से...
बरेली, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश के जिला बरेली से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। हिंदू बाहुल्य इलाके में, शबनम नाम की गैर समुदाय की महिला के मकान खरीदने का विरोध तेज हो गया है। सोमवार को रक्षाबंधन के दिन जहां पूरा शहर त्योहार की खुशियां मना रहा था। वहां मुहल्ले वाले शबनम के मकान का बैनामा कैंसिल कराने की मांग को लेकर सामूहिक पलायन की चेतावनी के साथ आंदोलन कर रहे थे। उन्होंने अपने मकानों पर पोस्टर चस्पा कर दिए और हाथों में बैनर-पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया। स्पष्ट किया कि अगर महिला के मकान का बैनामा निरस्त नहीं हुआ तो वे लोग मुहल्ले से पलायन कर जाएंगे।
ये घटनाक्रम शहर के मुहल्ला गुलाबनगर स्थित पंजाबपुरा इलाके का है। यहां वकीलों वाली गली में विशाल सक्सेना का मकान हुआ करता था। पिछले दिनों विशाल सक्सेना ने शबनम नाम की एक महिला को अपना मकान बेच दिया। इस बीच, अब जब शबनम अपने नए घर में रहने लगीं। तब पंजाबपुरा के लोगों को उनके रहन-सहन से दिक्कत होने लगी। उनका आरोप है कि महिला अपने घर में तांत्रिक बुलाती हैं। एक कथित मौलाना, जिन्होंने मकान का सौदा कराया है। वे तंत्र विद्या के लिए अक्सर महिलाएं लेकर आते हैं। चिकन बनाने के बाद उसके पंख-ब़गैरह बाहर फेंक दिए जाते। इससे आसपास का माहौल बिगड़ने की आशंका बनी है।
इसी को लेकर सोमवार को पंजाबपुरा के दर्जनों महिला और पुरुषों ने अपने मकानों पर पायलन का नोटिस चस्पा करके विरोध-प्रदर्शन किया है। शहर में इस घटना को लेकर हड़कंप मच गया।
इस मामले में पंजाबपुरा निवासी शबनम से हमारी बात नहीं हो सकी है। उनसे बात होने के बाद उनका पक्ष भी रखा जाएगा। लेकिन बरेली में अरसे बाद इस तरह का मामला सामने आया है। इससे पहले, शहर के मुहल्ला सौदागरान में दरगाह आला हज़रत के पास एक मकान की खरीद-फरोख्त को लेकर कुछ इसी तरह का विवाद देखने को मिला था। जहां मामला तूल पकड़ने से पहले वहां के लोगों ने इसे सुलझाते हुए सौदा रद्द कर दिया था।
लेकिन गुलाबराय मुहल्ले के पंजाबपुरा में विशाल सक्सेना, जोकि शबनम के नाम अपने मकान का बैनामा करा चुके हैं। और अब वह यहां रहने भी लगी हैं। तब विरोध की घटना सामने आई है। वो भी सामूहिक पलायन की चेतावनी के साथ। इसने पंजाबपुरा ही नहीं बल्कि पूरे गुलाबनगर के साथ शहर में हलचल मचा दी है। यहां के लोगों का कहना है कि उन्हें शबनम की धार्मिक पहचान नहीं बल्कि उनके घर में होने वाली तंत्र विद्या से परेशानी है। उन्हें आशंका है कि तंत्र विद्या से उनके यहां विपरीत असर पड़ सकता है। इन्हीं आरोपों के साथ वे यहां दूसरे को मकान देने की मांग उठा रहे हैं।