रुद्रपुर: नर कंकाल में बदली तस्लीम, हथेली-पैर भी गायब...पहले यातना फिर केमिकल डालकर गलाने का प्रयास

मनोज आर्या, रुद्रपुर, अमृत विचार। अपनी दस वर्षीय बेटी तंजलिना के साथ हंसी-खुशी जिंदगी व्यतीत करने वाली नर्स तस्लीम जहां को इस बात का इल्म नहीं होगा कि 30 जुलाई उसकी आखिरी और दर्द भरी मौत की दास्तां लिखेगी। डिबडिबा यूपी और घर से महज सौ मीटर की दूरी पर मिले नर्स का शव इस दास्तां को चीख-चीख कर बयां कर रहा था। कारण जिस रूप में नर्स का शव पड़ा हुआ मिला उससे यह संभावना व्यक्त की जा रही है कि हत्या से पहले तस्लीम को यातनाएं दी होंगी। हत्या के बाद केमिकल डालकर शव को गलाने का भी प्रयास किया गया होगा। इसी कारण शव की शिनाख्त चेहरे नहीं, बल्कि कपड़ों से हो पायी।
गुरुवार की देर शाम जब कोतवाली रुद्रपुर व कोतवाली बिलासपुर पुलिस को सूचना मिली। उस वक्त सीमावर्ती पुलिस घटना स्थल को देखकर हैरान हो गई। वहीं मृतक के रिश्तेदारों का कहना था कि तस्लीम की शिनाख्त उसके कपड़ों और कद-काठी से हुई है। साथ ही दावा किया कि हत्या से पहले युवती को यातनाएं दी होंगी और हत्या करने के बाद शव को डिबडिबा खाली प्लॉट पर लाया गया होगा। साथ ही झाड़ियों में फेंकने के बाद केमिकल डालकर गलाने की कोशिश हुई होगी।
तस्लीम के चेहरे पर कई बार केमिकल डालने से चेहरे की हड्डियां भी गल गई थी और हाथों की हथेलियां व पैर का हिस्सा भी गायब बताया। मृतक के परिजनों ने संदिग्ध हत्यारे पर हत्या से पहले यातना देने का संदेह जताया है। वहीं पुलिस का भी मानना है कि जिस प्रकार तस्लीम का शव मिला है। उसका शव क्रूरता को बयां कर रहा है। वहीं पुलिस को अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है कि क्या तस्लीम की सिर्फ निर्मम हत्या ही हुई होगी या फिर उसके साथ अमानवीय व्यवहार भी किया होगा।
घर से महज सौ मीटर दूरी से कैसे लापता हो गयी तस्लीम
प्राइवेट अस्पताल की नर्स तस्लीम जहां का शव जहां मिला है। वहां से घर की दूरी महज सौ मीटर है। इसी सौ मीटर के दायरे से तस्लीम कैसे लापता हो गई। यह सवाल हर किसी के जहन में उठ रहे हैं। यही नहीं तस्लीम को ऐसी क्या जल्दबाजी थी कि चंद कदमों की दूरी होने के बाद भी वह घर नहीं गई, जबकि नर्स की दस वर्षीय बेटी और बहन का कहना था कि अक्सर तस्लीम ड्यूटी से जिम जाती थी और आठ या साढ़े आठ बजे तक हर हाल में घर आ जाती थी। देर होने पर फोन पर जानकारी देती थी।
कौन ले गया तस्लीम के दोनों मोबाइल
प्राइवेट अस्पताल में नर्स की नौकरी करने वाली तस्लीम अक्सर दो मोबाइल रखती थी। 30 जुलाई को भी वह अपने दोनों मोबाइल लेकर आई थी और शाम साढ़े पांच बजे करीब ड्यूटी समाप्त कर अस्पताल से निकली थी। सवा नौ बजे उसका मोबाइल फोन बंद आने लगा। घटनास्थल पर भी कोई मोबाइल नहीं मिला, जबकि परिजनों का कहना था कि पुलिस ने तस्लीम के एक मोबाइल के साथ युवक को पकड़ा था। पुलिस से कहा की थी उसके इसकी कोई जानकारी नहीं है।
हत्याकांड के खुलासे को गठित हुई चार टीम
एसपी सिटी मनोज कुमार कत्याल ने बताया कि नर्स तस्लीम हत्याकांड को पुलिस की चार टीमों का गठन किया गया है। बताया कि 31 जुलाई को गुमशुदगी की रिपोर्ट रुद्रपुर में दर्ज की गई थी। वहीं घटनास्थल यूपी का है। ऐसे में हत्या कहां हुई है। यह तफ्तीश के बाद निर्णय होगा, लेकिन सबसे पहले जघन्य हत्याकांड का पर्दाफाश करना ही पुलिस की प्राथमिकता है। इसके लिए बिलासपुर-रुद्रपुर पुलिस मिलकर कार्य करेगी। हत्या कांड को लेकर आदेशित किया जा चुका है।
तीन साल से कर रही थी नर्स का कार्य
सिविल लाइंस स्थित फुटेला अस्पताल में नर्स का कार्य करने वाली तस्लीम जहां तीन साल पहले ही नौकरी पर आई थी। अस्पताल संचालक डॉ. रवि फुटेला ने बताया कि रोजमर्रा की भांति तस्लीम ड्यूटी समाप्त करने के बाद साढ़े पांच बजे अस्पताल से निकली थी और उसके बाद जिम जाने की बात भी सामने आई है। 31 जुलाई को जब लापता होने की खबर मिली तो फौरन उनके द्वारा एसएसपी सहित कोतवाली पुलिस को भी सूचना दी थी और बरामदगी की मांग की गयी थी। वहीं दस वर्षीय बेटी से भी संपर्क साधा गया। तस्लीम की मौत की खबर से अस्पताल प्रशासन गमजदा है।