Paris Olympics 2024 : 'आप हारी नहीं, हराया गया है...', विनेश फोगाट के संन्यास के बाद दुखी बजरंग पूनिया ने किया ट्वीट

Paris Olympics 2024 : 'आप हारी नहीं, हराया गया है...', विनेश फोगाट के संन्यास के बाद दुखी बजरंग पूनिया ने किया ट्वीट

नई दिल्ली। महिलाओं की 55 किग्रा कुश्ती स्पर्धा के फाइनल से बाहर होने के बाद गुरुवार को भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने संन्यास का ऐलान कर दिया। बुधवार को उन्हें कैटेगरी से 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण फाइनल से डिसक्वालिफाई कर दिया गया था। इस मामले पर अब पहलवान बजरंग पूनिया का बयान आया है। उन्होंने दावा किया है कि वह हारी नहीं थी, उसे हराया गया है। 

बजरंग पूनिया ने विनेश का समर्थन किया
टोक्यो ओलंपिक 2020 के कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर विनेश का समर्थन किया। उन्होंने लिखा, विनेश आप हारी नहीं हराया गया हैं, हमारे लिए सदैव आप विजेता ही रहेगी। आप भारत की बेटी के साथ साथ भारत का अभिमान भी हो।

विनेश ने किया संन्यास का एलान
पेरिस ओलंपिक में मिली निराशा के बाद पहलवान विनेश फोगाट ने संन्यास का एलान कर दिया। विनेश ने ट्वीट कर लिखा, "मां कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई। माफ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके...इससे ज़्यादा ताक़त नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024। आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी माफी।

कुश्ती की अंतरराष्ट्रीय संचालन संस्था यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) ने हालांकि स्पष्ट कर दिया है कि वजन से जुड़े वर्तमान नियमों में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। विश्व संस्था ने अपने अध्यक्ष नेनाद लालोविच के भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की प्रमुख पीटी उषा से मुलाकात के बाद बुधवार देर रात जारी बयान में कहा, ‘‘आईओए हमने सुझाव दिया किसी दिन खिलाड़ी के वजन की जरूरत को पूरा किया जाता है उस दिन के पहलवान के परिणाम को अयोग्य नहीं ठहराया जाना चाहिए।’’

यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने कहा,‘‘यूडब्ल्यूडब्ल्यू भी उचित मंच पर इस सुझाव पर चर्चा करेगा लेकिन यह पूर्व के नियमों पर लागू नहीं किया जा सकता।’’ विनेश ने ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनकर इतिहास रचा था। सुबह तक उनका कम से कम रजत पदक पक्का लग रहा था। हरियाणा की इस धाकड़ का पेरिस तक का सफर आसान नहीं रहा और बहुत कुछ दांव पर था। पेरिस ओलंपिक में उन्हें अपने पसंदीदा 53 किग्रा की बजाय 50 किग्रा में उतरना पड़ा। ओलंपिक क्वालीफायर से पहले कई ट्रायल मुकाबले हुए और इस बीच उन्हें घुटने की सर्जरी भी करानी पड़ी। भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर प्रदर्शन की अगुवाई करने पर उनकी काफी आलोचना हुई। मामला पुलिस और अदालत तक पहुंचा। 

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