कानपुर में आठ पत्रकारों समेत 18 लोगों पर दर्ज हुई FIR, यहां पढ़ें सभी के नाम...

कानपुर में आठ पत्रकारों समेत 18 लोगों पर दर्ज हुई FIR, यहां पढ़ें सभी के नाम...

कानपुर, अमृत विचार। नजीराबाद थानाक्षेत्र में आठ पत्रकारों समेत 18 नामजद लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। पूरे मामले में पांच से सात अज्ञात लोगों भी है, जिन सभी पर रंगदारी, बलवा और अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। अब इसके बाद पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष के ऊपर 11 मुकदमे हो गए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।  
  
ब्रह्मनगर निवासी आरटीआई एक्टिविष्ट एवं उप्रशासन से लैकफड संस्था से डेलीगेट सौरभ भदौरिया ने पुलिस को बताया कि कुख्यात विकास दुबे द्वारा पुलिसकर्मियों के किए गए नरसंहार में आरोपी के सहयोगी और खजांची जयकांत बाजपेई और उसके भाइयों तथा अन्य गिरोह के लोगों के खिलाफ मुख्य पैरोकार सरकार की गठित जांच एजेसियों में एसआईटी में 16 नंबर गवाह हूं। जिस कारण से जयकांत बाजपेई उसका भाई रजयकांत बाजपेई, शोभित बाजपेई, अजयकांत बाजपेई तीनों जेल गए थे। 

इन तीनों के जेल से आने के बाद तीनों के साथ पैरोकार के रूप में कई आरोपी समय-समय पर रोककर बिकरू कांड की पैरोकारी और अन्य घोटालों की पैरोकारी ना करने के लिए दबाव बनाने लगे। आरोप है, कि उनके विरोध करने ब्रम्हास्त्र नाम के पोर्टल से इनके साथी विपिन गुप्ता ने सभी एक राय होकर विभिन्न प्रकार की भ्रामक और झूठी खबरें प्रसारित-प्रचारित करने लगे जिससे वह पैरोकारी करना बंद कर दें। 

उन्होंने पैरोकारी करना जारी रखा तो यह सभी आरोपी दुश्मनी की भावना रखने लगे। आरोप है, कि 3 अगस्त 2023 रात पौने दस बजे करीब ब्रह्मनगर चौराहे पर इन सभी लोगों ने एक राय होकर उन्हें रोक लिया और जयकांत बाजपेई का भाई रजय, शोभित कहने लगे कि इसी के कारण उनका साम्राज्य बर्बाद हो गया है। 

इस पर पत्रकार अवनीश दीक्षित और विपिन गुप्ता ने उनकी कनपटी पर पिस्तौल रखकर कहा 20 लाख रुपये का इंतजाम कर लो अन्यथा गोली मार देंगे, जिससे वह वह भयभीत हो गए और जेब में रखे 35,000 रुपये धमकाने पर दे दिए। वहीं शेष रकम का इंतजाम कुछ समय में कहने की बात कहकर अपनी जान बचाकर मौके से भाग निकले। आरोप लगाया कि उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस से की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके बाद उन्होंने डीसीपी से मामले में शिकायत की। 

इन आरोपियों पर दर्ज की गई एफआईआर  

नजीराबाद इंस्पेक्टर अमान सिंह ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर रजकांत बाजपेई, शोभित बाजपेई, अजयकांत बाजपेई, पत्रकार अवनीश दीक्षित, पत्रकार विपिन गुप्ता, यश मिश्रा, असलम राईनी, सलमान खान, निसार अहमद, पत्रकार विवेक पांडे उर्फ सोनू, पत्रकार राहुल बाजपेई, विशाल कोरी, पत्रकार अमन तिवारी, हिस्ट्रीशीटर मनोज यादव, प्रिंस सोनकर, पत्रकार अभिनव शुक्ला, पत्रकार रमन गुप्ता, इखलाख अहमद और 5-7 अन्य अजात के खिलाफ बलवा, कार्य में बाधा डालना और रंगदारी में एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।

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