हल्द्वानी: चकलुवा के पास निहाल नाले में फिर बही सड़क, खतरे में पुलिया

हल्द्वानी/कालाढूंगी, अमृत विचार। बुधवार की तड़के हुई मूसलाधार बारिश से हल्द्वानी-देहरादून राज्यमार्ग में चकलुवा के पास निहाल नाले के बहाव में एक बार फिर पुलिया के दोनों ओर की सड़क बह गई। जिससे पुलिया हवा में लटक गई है। एक माह में तीसरी बार सड़क बहने से राज्यमार्ग बंद हुआ है।
एसडीएम रेखा कोहली ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ क्षतिग्रस्त पुलिया का निरीक्षण किया और राज्यमार्ग में वाहनों की आवाजाही बंद कर दी। हल्के वाहनों को चकलुवा गांव से भेजा जा रहा है। इधर, लोक निर्माण विभाग बही सड़क पर शीघ्र वैली ब्रिज का निर्माण करायेगा।
बारिश से निहाल नाले में पानी का बहाव इतना बढ़ गया कि नाले के ऊपर बनी पुलिया के नीचे की सपोर्ट दीवार बह गई। सुबह सड़क के ऊपर से पानी बहने के कारण पुलिया के दोनों ओर की सड़क भी बह गई। बीती 6 जुलाई की रात को पुलिया की सपोर्ट दीवार बह गई थी। जिसके बाद लोक निमार्ण विभाग ने लोहे का गार्डर लगाकर पुलिया के नीचे सपोर्ट दीवार बनाई थी।
इसके बाद 11 जुलाई की रात को पानी के तेज बहाव में दीवार फिर से बह गई। लोनिवि ने सपोर्ट दीवार बनाकर यातायात वन-वे शुरू किया था। मगर बुधवार की सुबह नाले के तेज बहाव में सपोर्ट दीवार फिर से बह गई। इधर, लोक निर्माण विभाग के जेई गणेश सिंह रौतेला ने बताया कि सड़क के किनारे जेसीबी से खुदाई कर बाईपास बनाया जा रहा है।
पुलिया को तोड़कर वैली ब्रिज का कार्य शुरू किया जाएगा। वहीं लोनिवि के ईई अशोक कुमार ने बताया कि विभागीय टीम को मौके पर तैनात किया गया है। रातभर काम किया जाएगा और पूरा प्रयास रहेगा कि गुरुवार को पुलिया के ऊपर से भारी वाहनों का आवागमन शुरू हो सके।
पैदल सामान लेकर गंतव्य को गए यात्री
सड़क बहने की वजह से हल्द्वानी-देहरादून राज्यमार्ग में वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई। राज्यमार्ग के दोनों ओर बसों और भारी वाहनों की कतार लग गई। इस बीच बसों में सवार यात्री सामान लेकर पैदल चलने लगे और दूसरी ओर से वाहन पकड़कर गंतव्य को रवाना हुए। पुलिस व प्रशासन की ओर से हल्के वाहनों को रामपुर-विदरापुर गांव से भेजा। गांव के अंदर ट्रैक्टर फंसने से जाम भी लगा गया। लोनिवि के अनुसार भारी वाहनों को हल्द्वानी जाने के लिए फिलहाल काशीपुर-रुद्रपुर-हल्द्वानी मार्ग से जाना होगा।
कालीगाढ़ नाले को चैनलाइज करने की जरूरत
चकलुवा में नाले के ऊपर पुलिया का निर्माण वर्ष 1965 में हुआ था। वर्ष 1983 में बारिश के दिनों में नाले के बहाव की वजह से पहले भी पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई थी। बताया जाता है कि उस वर्ष कई दिनों तक लगातार बारिश हुई। इसके बाद पुलिया को कुछ नहीं हुआ। सूत्रों के अनुसार करीब तीन वर्ष पूर्व निहाल नाले में आसपास बहने वाले अन्य नालों को भी जोड़ दिया गया था। जिसके बाद नाले का जलस्तर तीन गुना अधिक बढ़ गया। बीती 6 और 11 जुलाई को जब पुलिया क्षतिग्रस्त हुई थी, तब जेसीबी पर बैठकर स्थानीय ग्राम प्रधान के अलावा प्रशासन और लोनिवि के अधिकारी नाले के अंदर छह किलोमीटर तक गए थे। निरीक्षण में सामने आया कि जिस कालीगाढ़ नाले का बहाव निहाल नाले में कर दिया गया है, उसको चैनलाइज करने की जरूरत है। अगर ऐसा नहीं होगा तो समस्या जस की तस रहेगी।
रामनगर-भंडारपानी राज्यमार्ग बंद
बारिश और भूस्खलन से नैनीताल जिले में सात मार्ग बंद हो गए हैं। वहीं हैड़ाखान मार्ग पर पहाड़ी से लगातार मलबा गिर रहा है। रामनगर से भंडारपानी राज्यमार्ग, देवीपुरा से सौड, पांडेगांव से तलिया, कांडा से परेवा, हरीशताल मार्ग, पिनसालीधार से पिनसेला और भीड़ापानी से खुजेटी मार्ग बंद हैं। विभागीय अधिकारियों के अनुसार बंद मार्गों को जेसीबी से खोला जा रहा है। लोनिवि भीमताल खंड के ईई मनोज पांडे ने बताया कि काठगोदाम से तीन किलोमीटर दूर हैड़ाखान मार्ग पर बार-बार मलबा आ रहा है। जिस वजह से आवागमन प्रभावित हो रहा है। जेसीबी से मलबा हटाया जा रहा है।