Exclusive: घाटमपुर, सरसौल व कल्याणपुर में 4.48 करोड़ से बनेंगे तीन मार्ग, PWD ने सड़कों के नवीनीकरण के लिए मुख्यालय को भेजा एस्टीमेट

दो पहिया वाहनों से भी इन मार्गों पर आवागमन रहता दूभर, आएदिन गड्ढों में गिरते लोग

Exclusive: घाटमपुर, सरसौल व कल्याणपुर में 4.48 करोड़ से बनेंगे तीन मार्ग, PWD ने सड़कों के नवीनीकरण के लिए मुख्यालय को भेजा एस्टीमेट

कानपुर, अभिनव मिश्रा। घाटमपुर, सरसौल और कल्याणपुर ब्लॉक की तीन जर्जर सड़कों के निर्माण के लिए मंगलवार को पीडब्ल्यूडी ने मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से तैयार की गई इन तीनों सड़कों की मियाद पूरी हो चुकी है। पीडब्ल्यूडी 4.48 करोड़ रुपये से इन मार्गों के नवीनीकरण का एस्टीमेट बनाया है। शासन से बजट मिलते ही इन तीनों मार्गों का निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा।

जिले में शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र में तमाम खस्ताहाल सड़कें मरम्मत की राह देख रही हैं। ग्रामीण इलाकों में जर्जर पड़ी सड़कों पर चार पहिया तो दूर दोपहिया वाहनों से भी लोगों की आवाजाही दूभर रहती है। गड्ढों की चपेट में आकर आए दिन वाहन सवार चोटहिल होते हैं। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनाई गईं ग्रामीण इलाकों की तीन सड़कों का निर्धारित समय पूरा होने के बाद उनकी दशा सुधारने के लिए पीडब्ल्यूडी ने मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा है। 

इनमें घाटमपुर ब्लॉक की 5.5 किलोमीटर लंबी बरीपाल रोड, सरसौल ब्लॉक की 9 किलोमीटर लंबी सरसौल रेलवे स्टेशन से हाथीगांव, दीपापुर, नरवल रोड व कल्याणपुर ब्लॉक की 5 किलोमीटर लंबी कल्याणपुर, बिठूर से भोपालपुरवा रोड शामिल हैं। 19.5 किलोमीटर लंबी तीनों जर्जर सड़कों का 4.48 करोड़ रुपये से नवीनीकरण कराया जाएगा। 

सड़क निर्माण में वेस्ट प्लास्टिक का होगा इस्तेमाल

पर्यावरण संरक्षण के साथ लंबे समय तक मार्गों को मजबूती प्रदान करने के लिए इन तीन मार्गों के निर्माण में वेस्ट प्लास्टिक का इस्तेमाल किया जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक सड़क निर्माण में एक प्रतिशत प्लास्टिक कतरन, डामर, बिटुमिंस कंक्रीट का मिश्रण किया जाएगा। गिट्टी पर प्लास्टिक का कवर लगने से सड़क कम घिसेगी और एक से डेढ़ साल अधिक चलेगी। 

ग्रामीण इलाकों में 19.5 किलोमीटर लंबे तीन मार्ग जर्जर अवस्था में हैं। इनके निर्माण के लिए 4.48 करोड़ रुपये का एस्टीमेट मुख्यालय को सौंपा गया है। पर्यावरण संरक्षण व मजबूती प्रदान करने के लिए इन मार्गों के निर्माण में वेस्ट प्लास्टिक का इस्तेमाल किया जाएगा। - दिलीप कुमार, अधिशासी अभियंता,पीएमजीएसवाई

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