Kannauj: जिलाधिकारी के निर्देश पर एआरटीओ दफ्तर पर पड़ा छापा; पकड़े गए इतने दलाल...
कन्नौज, अमृत विचार। एआरटीओ कार्यालय में हो रही दलाली को समाप्त करने के लिये पुलिस व प्रशासन ने संयुक्त रूप से छापा मारा। इस दौरान 14 लोगों को दबोच लिया। दलाली करने वाले पुलिस को देख भाग निकले जबकि काम को आये लोग भी हत्थे चढ़ गए। कार्यालय के अंदर बाबू की सहायता में लगे लोगों को एआरटीओ ने अपना कर्मचारी बताकर बचा लिया।
एआरटीओ कार्यालय में ऑनलाइन व्यवस्था के बाद भी कार्यालय के बाबू बिना रुपये लिये काम नहीं करते हैं। यदि कोई व्यक्ति दलालों के बगैर फाइल लेकर बाबू के पास जाता है तो अनगिनत कमी निकाल कर उसे कई दिनों तक चक्कर लगावाये जाते हैं। मजबूरन पीड़ित दलालों को भारी रकम थमा कर काम कराते हैं। दलाली की शिकायतों पर जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ला ने एसडीएम की अगुवाई में पुलिस प्रशासन की टीम बनाई।
इसमें एसडीएम के अलावा सीओ सदर कमलेश कुमार, कोतवाली प्रभारी जय प्रकाश शर्मा ने भारी पुलिस बल के साथ शुक्रवार की दोपहर रेड डाली। इससे कार्यालय के बाहर व अंदर अफरा तफरी मच गई। बाहर दुकानें सजा कर बैठे दलाल शटर बंद कर खेतों के रास्ते भाग निकले। 14 को पुलिस ने दौड़ा कर पकड़ लिया। बताया जाता है कि पकड़े गये लोगों में चार से पांच लोग ही दलाल हैं।
बाकी किसी न किसी काम से आये थे। खास बात तो यह रही कि जब पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने कार्यालय के अंदर छापा मारा तो बाबू के पटल पर करीब 10 से 12 प्राइवेट कर्मचारी थे। वह भी भाग निकले। कुछ को पुलिस ने पकड़ा और पूछताछ की तो वह पसीना छोड़ने लगे।
बाद में इनको एआरटीओ इज्या तिवारी ने यह कह कर बचा लिया कि यह कार्यालय के प्राइवेट कर्मचारी हैं। इस संबंध में एएसपी डॉ. संसार सिंह ने कहा कि एआरटीओ कार्यालय के बाहर बैठकर डरा धमका कर दलाली करने वालों को पकड़ा गया है। इनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
लाइसेंस रिन्यूवल को गया जल निगम कर्मी फंसा
ओटीपी आने के बाद शुक्रवार को ड्राइविंग लाइसेंस रिन्यूवल कराने एआरटीओ कार्यालय गये जल निगम में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अजय कुमार सिंह को भी पुलिस ने दलाल समझ कर पकड़ लिया। पुलिस ने उसकी फोटो भी अन्य पकड़े गये लोगों के साथ डाल दी। उसका पुत्र पुलिस से बार बार कह रहा है कि पिता सरकारी कर्मचारी हैं। वह लाइसेंस रिन्यूवल के लिये एआरटीओ कार्यालय गये थे।
खाली हो गये पटल व दलालों की दुकानें
एआरटीओ कार्यालय में रेड पड़ने के बाद दफ्तर के पटल पूरी तरह खाली हो गये। बाहर खुली दलालों की दुकानें के शटर बंद हो गये। अंदर से लेकर बाहर तक सन्नाटा पसर गया, न तो दलाल दिखाई पड़ रहे थे न ही दफ्तर में काम लेकर आये लोग।
ये लोग पुलिस के हत्थे चढ़े
छापे में पकड़े गए लोगों में श्रीराम पुत्र शिव कुमार निवासी राजीपुर थाना सफीपुर जनपद उन्नाव, विकास पुत्र मोहन सिंह निवासी जलालपुर ठकुरन थाना व जनपद कन्नौज, अभिषेक पुत्र अवधेश निवासी धरनीधरपुर नगरिया थाना विशुनगढ़, ऋषभ पुत्र हरिनाथ निवासी आटी कोतवाली कन्नौज, अवनेश कुमार पुत्र नाथूराम निवासी सिरसा थाना इन्दरगढ़, विपिन कुमार पुत्र रामकरन निवासी निधिपुर्वा थाना तालग्राम, देवेन्द्र पुत्र सोनपाल निवासी सिरसा थाना इन्दरगढ़, गुलाब पुत्र दयाराम निवासी बरगांव थाना गुरसहांयगंज, अजय कुमार पुत्र पुत्तू सिंह निवासी फतेहपुर थाना तिर्वा, मो. शमील पुत्र मो. सफीक निवासी किदवई नगर थाना गुरसहायगंज, अमर कुमार शर्मा पुत्र लालता प्रसाद निवासी मोहल्ला देविन टोला सरायमीरा, सुमित पुत्र अजयराम निवासी लोकपुर थाना विशुनगढ़, शिवाकान्त पुत्र सन्तराम निवासी उदईयापुर थाना इन्दरगढ़, हरिओम पुत्र रामसेवक निवासी रामपुर थाना इन्दरगढ़।
दफ्तर पर छापे ने खोली दावों की पोल
एआरटीओ कार्यालय में दलालों का प्रवेश पूरी तरह से वर्जित होने के एआरटीओ के दावों की पोल गोपनीय तरह से पड़ी रेड ने खोल दी। रेड में दलालों की दुकाने तो बंद हो गई। साथ ही कार्यालय परिसर से वाहन भी चले गये। दलाल न होने से पटल पर फाइलें लेकर पहुंचने वाले भी नजर नहीं आये।