प्रयागराज: नैनी सेंट्रल जेल से फरार सजायाफ्ता कालीचरण की सारी छूट होंगी रद्द, गिरफ्तारी के बाद मिलेगी हाई सिक्योरिटी बैरक

जेल मैनुअल के अनुसार अब नहीं मिलेगा काम

प्रयागराज: नैनी सेंट्रल जेल से फरार सजायाफ्ता कालीचरण की सारी छूट होंगी रद्द, गिरफ्तारी के बाद मिलेगी हाई सिक्योरिटी बैरक

प्रयागराज। नैनी सेंट्रल जेल में बंद सजायाफ्ता कैदी कालीचरण उर्फ बऊआ को फरार हुए पांच दिन बीत चुके है। उसका कोई सुराग अब तक नहीं मिल सका है। जेल प्रशासन के मुताबिक उसकी गिरफ्तारी के बाद जेल में मिलने वाली सारी छूट को रद्द कर दिया जायेगा। इतना ही नहीं जेल में उसे कोई काम भी नहीं मिल सकेगा। सबसे बड़ी बात यह है कि अब उसे हाई सिक्योरिटी बैरक में अकेले रखा जाएगा।

मालूम हो कि बीते 20 जुलाई भी नैनी सेंट्रल जेल के सर्किल नंबर दो में बंद गैंगरेप के मामले में सजा काट रहा सजायाफ्ता कैदी कालीचरण उर्फ़ बऊआ जेल की बाग़ कमान से भाग निकला था। जिसके बाद से पूरे जेल सहित लखनऊ मुख्यालय तक खलबली मच गयी। इस वारदात के बाद से जेल प्रशासन, पुलिस एसओजी लगातार उसकी तलाश में जुटी हुई है। फिलहाल उसका कोई सुराग नहीं मिल सका है।

जेल के वरिष्ठ अधीक्षक रंग बहादुर पटेल ने बताया कि बंदी जेल की बाग कमान से फरार हुआ है। उसकी तलाश की जा रही है। गिरफ्तारी के बाद सजायाफ्ता कैदियों को मिलने वाली छूट का हकदार अब वह नहीं रह गया है। उसे जेल में किसी कमान में काम भी नहीं दिया जायेगा। जिससे उसकी कोई आमदनी भी नहीं होगी। कैदियों को काम करने पर जो पैसे मिलते है उससे उनका खर्च चल जाता है। ऐसे में कोई कोई खर्च नहीं मिल सकेगा। 

उन्होंने बताया कि अब उसकी गिरफ्तारी के लिए टीमें लगातार अथक प्रयास कर रही है। गिरफ्तारी के बाद कैदी कालीचरण को हाई सिक्योरिटी बैरक में आकेले रखा जायेगा। जहां वह न तो किसी से मिल सकेगा और न ही बाहर निकल सकेगा।

दो किलोमीटर में बनी है जेल की बाग़ कमान 

नैनी सेंट्रल जेल में जिस बाहर बाग़ कमान से कैदी काली चरण फरार हुआ है वह करीब दो किलोमीटर की एरिया में बना हुआ है। जहां पर गोल चक्र की तरह बनावट की गयी है। जहां सिर्फ पूरे बाग़ कमान में सब्जियों की खेती कराई गयी है। इस बाग़ कमान में एक तालाब भी बना हुआ है। जहां जेल का सारा पानी बहकर उस तालाब में जाता है। जेल के वार्डर और बंदी घटना के बाद से फरार बंदी की सुरागकशी कर रहे है। 

महोबा से बैरंग लौटी टीम

फरार कैदी काली चरण की तलाश के लिए बनाई गयी दो टीमों मव एक टीम महोबा गई हुई थी। जहां से टीम भी बैरंग लौटना पड़ा। टीम को वहां से कैदी का लोकेशन पूरी तरह से ट्रेस नहीं हो सका। हलांकि महोबा में बनाई गई स्थानीय टीम अपने स्तर पर कैदी की तलाश कर रही है। बताया जा रहा है कि वह जेल से भागकर महोबा नहीं पहुंचा है। वह कही और अपना ठिकाना बनाया हुआ है। 

संजय सिंह, एसीपी करछना

फरार कैदी की तलाश के लिए बनाई गई दो टीमें लगातार उसकी तलाश कर रही है। एस ओजी भी उसे तलाश कर रही है। महोबा से कोई लोकेशन नहीं मिल पाया है। लोकेशन के लिए कोई तकनीकी सुराग नहीं मिल सका है जिससे उस तक पहुंचा जा सके।

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