प्रयागराज : दो दीवारों के बीच बागवानी, तो फिर कैसे लांघ गया 25 फिट की दीवार 

महोबा में लोकेशन के बाद ताबड़तोड़ दबिश

प्रयागराज : दो दीवारों के बीच बागवानी, तो फिर कैसे लांघ गया 25 फिट की दीवार 

प्रयागराज, अमृत विचार : केंद्रीय कारागार में खेती किसानी के लिए कृषि फार्म बनाया गया है। जो की दो दीवारों के बीच में बना है। जहां सजायाफ्ता बंदी खेती करने के लिए बाग़ कमान में भेजे जाते है। जहां से कैदी काली चरण उर्फ़ बऊआ भाग निकला। जिसका पता जेल प्रशासन, पुलिस और एसओजी अब तक नही लगा सकी है।


 जिला महोबा नगर कोतवाली के पसवारा गांव का रहने वाले सजायफ्ता कैदी कालीचरण उर्फ बऊवा 28 पुत्र मुल्लू का सुराग पांच दिनों के बाद भी नही लग सका है। सेंट्रल जेल में सजा पाने वाले कैदियों को अलग अलग कमान में काम करने के लिए भेजा जाता है। इसी तरह से काली चरण को भी बाहर बाग़ कमान में 20 जुलाई को भेजा गया था। जहां कमान में भेजनें के दौरान गैंग बुक में उसका नाम दर्ज किया गया था और गिनती कराई गई थी। कालीचरण उर्फ़ बऊआ के फरार होने पर सवाल यह उठता है कि दो दीवारों के बीच बने बाग़ यानी जहां खेती की जाती है, वहां से 25 फिट की दीवार को वह कैसे फांद गया। 

डाग स्कवायड की टीम ने किया मुआयना

 नैनी जेल में कमान भी बंदी के भागने के बाद जेल प्रशासन ने डाग स्कवायड की टीम को बुलाया था। टीम ने उन सारी जगहों को सर्च किया जहां से बंदी के भागने की उम्मीद दिखाई दी। टीम ने महिला बैरक की दीवारों के साथ कृषि फ़ार्म की दीवारों पर निशान भी देखे। दीवारो पर कहीं भी हांथ, पैर और दीवार पर चढ़ने के निशान नही मिले है। जिसको लेकर जेल प्रशासन संशय में है कि आखिर बंदी भागा तो भागा कैसे। 

सड़कों पर लगे सीसीटीवी को खंगाल रही पुलिस

जेल से फरार कैदी काली चरण उर्फ़ बऊआ की तलाश सरगर्मी से की जा रही है। बुधवार को नैनी पुलिस ने लेप्रोशी चौराहे से लेकर महिला बैरक की ओर जाने वाले घरों दुकानों और जेल में लगी सीसी टीवी कैमरो को खंगाला है। फिलहाल अभी कहीं से भी कोई फुटेज नही मिले है। बुधवार को डिप्टी जेलर, जेलर सहित जेल के कर्मचारियो और बंदियों ने फिर से सर्चिंग की लेकिन उसका कहीं पता नही चल सका। 

दो नंबर सर्किल के अन्य बंदियों से भी पूछताछ

नैनी सेंट्रल जेल के सर्किल नंबर दो में बंद महोबा के पसवारा से पांच महीने पहले भेजा गया गैंगरेप का आरोपी कालीचरण के फरार होने के मामले में 20 जुलाई को कमान में साथ काम करने गये अन्य बंदियों से भी जेल प्रशासन पूछताछ की है। हलाकि यह जानकारी नही हो सकी है पूछताछ में अन्य बंदियों ने क्या जानकारी दी है। वहीं कमान लेकर गए हेड वार्डर बलवीर यादव, वार्डर अभिषेक सिंह, बृजेश यादव व आशुतोष चतुर्वेदी से भी पूछतच की जा रही है।

जेल की महिला बैरक की दीवारों में फ़ासले की जा रही जांच

जेल अधिकारियों के मुताबिक करागार में दो दीवार है। अंदर की दीवार 20 फिट और बाहर की दीवार 25 फिट की है। इन दोनो दिवारो के बीच काफी फ़ासला है। महिला बैरक की बात करें तो वहा पर पुरानी दीवार एक जगह से खुला हुआ है, जहां से पेड़ो पर चढ़ा जा सकता है। अनुमान लगाया जा रहा है कि बंदी इसी का फायदा उठाकर भागा होगा।  

नैनी सेंट्रल जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक बहादुर पटेल ने बताया कि फरार बंदी कालीचरण की तलाश में ताबड़तोड़ दबिश दी जा रही है। बंदी को तलाश करने के लिए टीमबंदी को तलाश करने के लिए टीमे लगातार महोबा में भी दबिश दे रही हैं। बंदी कैसे भागा इसकी भी जांच की जा रही है। फिलहाल अभी उसे रास्ते का पता नहीं चल सका जहां से बंदी फरार हुआ है।

 

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