धोखाधड़ी का खेल : नौ करोड़ के मकान की कीमत तीन करोड़ दिखा करा लिया बैनामा
दो-दो करोड़ के तीन चेक दिये, टाइम निकलने से नहीं हो सका भुगतान, अलीगंज पुलिस ने जालसाज दंपती पर दर्ज की एफआईआर
लखनऊ, अमृत विचार। अलीगंज क्षेत्र निवासी मकान मालिक से नौ करोड़ का मकान तीन करोड़ कीमत दिखा बैनामा कराने का मामला सामने आया है। राशि भुगतान के लिये जो चेक दिये गये उनकी भी समय सीमा निकल गई। पीड़ित पत्नी ने पति की मानसिक हालत ठीक नहीं होने का हवाला देते हुये दंपति पर धोखाधड़ी का आरोप लगा मामला दर्ज कराया है। इसके अलावा, गोमतीनगर विस्तार कोतवाली में पशु चिकित्सक ने जमीन दिलाने के नाम पर 23 लाख रुपये की धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की है।
अलीगंज प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार तिवारी के मुताबिक, कल्पना यादव पत्नी राजेश कुमार यादव निवासी, देहरादून उत्तराखण्ड ने प्रार्थना-पत्र दिया। बताया उनके पति राजेश कुमार के नाम से अलीगंज में मकान है। जिसकी बिक्री का सौदा इंदिरानगर निवासी सुनील कुमार से 9.36 करोड़ में तय हुआ था। पति ने 15 जनवरी 2022 में उप निबंधक कार्यालय में सुनील व उनकी पत्नी मंजू के नाम बैनामा करा दिया। लेकिन बैनामा के कागजात में मकान की कीमत 3.36 करोड़ ही दर्शायी गई।
पीड़िता का कहना है कि पति मानसिक बीमार हैं। इसके चलते आरोपी दंपति ने दो-दो करोड़ के तीन चेक डीडी के माध्यम से दिये। बैंक में लगाने को लेकर पति को टरकाते रहे। इसके चलते चेक लगाने के लिये तय अंतिम तारीख भी निकल गई। पीड़िता काे इसकी जानकारी हुई तो सुनील से संपर्क कर तय सौदे के मुताबिक 9.36 करोड़ का भुगतान करने को कहा। कल्पना का आरोप है कि रुपये मांगने पर आरोपी ने देहरादून स्थित उसके घर गुंडे भेज कर धमकी दिलाई। पति को उसके खिलाफ भड़का दिया। इससे वह दोनों नाबालिग बेटों को साथ लेकर अलग रह रहे हैं। उसने पति व बच्चों की जान को खतरा बताया है। प्रभारी निरीक्षक ने बताया आरोपी दंपति के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है।
पशु चिकित्सक से जमीन के नाम पर 23 लाख की ठगी
पुलिस के मुताबिक, वरदान खंड निवासी डॉ. ओमप्रकाश सिंह ने प्रार्थना-पत्र दिया। बताया लखीमपुर खीरी निवासी जितेंद्र मिश्रा वेटलाइफ कम्पनी में एमआर है। जो काम के सिलसिले में उनके पास आता था। जितेंद्र ने बताया कि उसके जीजा संतोष गोमतीनगर विनीतखंड में जमीन बेच रहे हैं। आप चाहें तो सस्ती दर पर प्लाट ले सकते हैं। हामी भरने पर जितेंद्र एक प्लॉट दिखाया गया।
लोकेशन पसंद आने पर डॉक्टर ने 23 लाख रुपये दिए। लेकिन उन्हें प्लॉट का बैनामा कराने में टाल मटोल करने लगा। ओमप्रकाश ने जांच की तो पता चला कि दूसरे की जमीन दिखा कर रुपये हड़प लिये हैं। प्रभारी निरीक्षक ने बताया जांच में मिले तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी।
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