प्रयागराज : 40 जेल कर्मी व 59 बंदियों ने रात भर जेल को खंगाला, नहीं मिला काली चरण

प्रयागराज : 40 जेल कर्मी व 59 बंदियों ने रात भर जेल को खंगाला, नहीं मिला काली चरण

प्रयागराज, अमृत विचार। जिला महोबा नगर कोतवाली के पसवारा गांव का रहने वाले सजायफ्ता कैदी कालीचरण उर्फ बऊवा 28 पुत्र मुल्लू के फरार होने के बाद नैनी जेल से लेकर लखनऊ मुख्यालय तक खलबली मची हुई है। कालीचरण जेल प्रशासन के साथ पुलिस के लिए भी चुनौती बन चुका है। जिसको को ढूंढने के लिए वरिष्ठ जेल अधीक्षक रंग बहादुर खुद डिप्टी जेलर, जेलर सहित जेल के 40 कर्मचारियो और 59 बंदियों को लेकर साथ पूरी रात जेल के कोने कोने को खंगाल डाला, लेकिन उसका कहीं पता नही चल सका। कालीचरण का फरार होना अधिकारियों के लिए गले में फांस की तरह बना हुआ है। अधिकारियों के मुताबिक कैदी के भागने के बाद शनिवार से कमान को नही छोड़ा गया। जिससे खेती पर भी प्रभाव पड़ रहा है।

नैनी सेंट्रल जेल के सर्किल नंबर दो में बंद महोबा के पसवारा से पांच महीने पहले भेजा गया गैंगरेप का आरोपी कालीचरण कहां लापता हो गया। वह बाहर बाग़ कमान में काम करने के लिए लगाया गया था। उसे जमीन निगल गयी या आसमान। पांच दिनों से उसका फरार होना जेल प्रशासन और पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है। अब सवाल यह उठता है कि कालीचरण आखिर भागा तो भागा कैसे। उसके फरार होने के मामले में कमान लेकर गए हेड वार्डर बलवीर यादव, वार्डर अभिषेक सिंह, बृजेश यादव आशुतोष चतुर्वेदी को सस्पेंड कर दिया गया है। लेकिन वह भी इस घटना के बारे में कुछ नही बता पा रहे हैं।

बंदी भागने के 35 मिनट बाद दी गयी सूचना

जेल के बाहर बाग़ कमान से फरार होने की सूचना हेड वार्डर ने जेल के अधिकारियों को 35 मिनट बाद दी थी। इससे पहले वार्डर फरार बंदी की तलाश में लगे थे। 20 एकड़ मे बने जेल को चार दिन मे दिन रात खंगाला गया।लेकिन फरार बंदी काली चरण का कोई सुराग नही लगा। कृषि फ़ार्म से लेकर महिला बैरक तक जेल के सिपाहियो ने बंदी की तलाश की पर बंदी नही मिल सका।

पांच दिन पहले काली चरण की पत्नी और भाई ने की थी मुलाक़ात

नैनी जेल के अधिकारियो के मुताबिक पांच दिन पहले फरार बंदी काली चरण की पत्नी रोशनी  और भाई देवदीन 18 जुलाई को मुलाक़ात करने आये थे। जिसके बाद से वह फरार हो गया। जेल प्रशासन और पुलिस इस पहलू पर भी जांच कर रही है कि आखिर परिवार से मुलाक़ात करने के बाद यह घटना कैसे हो गयी। कहीं यह किसी तरह की कोई प्लानिंग तो नहीं है। फिलहाल पुलिस की एक।टुकड़ी उसकी तलाश में महोबा भी गयी हुई है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस की ओर से लगाई गयी टीम ने बंदी के कुछ रिश्तेदारों और दोस्तों को उठाकर पूछताछ शुरु कर दी है।

जेल की 20 फिट की दो दीवारों के बीच से हुआ फरार

जेल अधिकारियों के मुताबिक करागार में दो दीवार है। अंदर की दीवार 20 फिट और बाहर की दीवार 25 फिट की है। इन दोनो दिवारो के बीच काफी फ़ासला है। वहां नेनुआ की बड़ी खेती की गयी है। उन फ़ासलों के बीच कोई पेड़ भी नहीं है। फरार होने के दिन भी बंदी वही खेती करने गया था। जहां पर उसे तलाश किया गया।

महिला बैरक के पास एक दीवार खुले होने का उठाया फायदा

जेल के अधिकारी के मुताबिक महिला बैरक के पास दोनो दीवारों के बीच एक बड़ा होल बना हुआ है। कयास लगाया जा रहा है कि हो सकता है बंदी उसी रास्ते को भागने के लिए अपनाया हो। हलाकि उसे बंद कराया गया है। इसके साथ ही जेल में लगे सीसी टीवी कैमरो और वाच टावर की निगरानी भी बढ़ा दी गयी है।

नैनी सेंट्रल जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक रंग बहादुर पटेल ने बताया कि फरार बंदी कालीचरण की तलाश में ताबड़तोड़ दबिश दी जा रही है। बंदी को तलाश करने के लिए टीमबंदी को तलाश करने के लिए टाइमलगातार महोबा में भी दबिश दे रही हैं। बंदी कैसे भागा इसकी भी जांच की जा रही है। फिलहाल अभी उसे रास्ते का पता नहीं चल सका, जहां से बंदी फरार हुआ है।

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