अयोध्या: आयुष मंत्री के निरीक्षण में खुली गुणवत्ता की पोल, कई सामग्रियों के लिए सैंपल

राजकीय आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज निर्माण का मामला, खामियों पर खफा हुए मंत्री 

अयोध्या: आयुष मंत्री के निरीक्षण में खुली गुणवत्ता की पोल, कई सामग्रियों के लिए सैंपल

मवई/अयोध्या,अमृत विचार। विकास खंड मवई क्षेत्र में निर्माणाधीन राजकीय आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज का मंगलवार को आयुष मंत्री दया शंकर मिश्र दयालु ने विधायक रामचंद्र यादव के साथ निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें निर्माण कार्यों में कई खामियां नजर आई। जिस पर वह बेहद खफा हुए। वहीं चिकित्सालय का निर्माण कार्य अंतिम दौर में होने की जानकारी मिलने पर एक अगस्त से पहले हर हाल में अधूरे कार्य पूरे कर ओपीडी शुरू करने को कहा।

आयुष मंत्री ने निर्माणाधीन बिल्डिंग का बारीकी से निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने छत की टेढ़ी बिम को देखकर नाराजगी जताई। साथ ही घटिया निर्माण मटेरियल को देखकर कार्यदाई संस्था के ठेकेदार व प्रोजेक्ट मैनेजर को कड़ी फटकार लगाई और घटिया किस्म की मौरंग व ईंट आदि का सेंपल भी लिया। निरीक्षण के दौरान बिल्डिंग में कही भी सीपेज न होने का ध्यान रखने को कहा। उन्होंने मुख्य गेट को सड़क से बनाने को कहा है। 

निरीक्षण के दौरान रुदौली विधायक रामचंद्र यादव ने राजकीय आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के बगल खाली पड़ी 25 बीघा भूमि पर गार्डन, पंचकर्म व योग ध्यान केंद्र बनाने की मांग की है। जिस पर आयुष मंत्री ने सहमति जताई और जल्द प्रस्ताव भेजने को कहा है। बरगद व आम का पेड़ रोपित किया। इस राजकीय आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य जल निगम की कार्यदायी संस्था कंस्ट्रक्शन एन्ड डिजाइन सर्विसेज द्वारा लगभग 40 करोड़ की लागत से 25 मार्च 2022 को शुरू हुआ था। 

जिसका निर्माण कार्य मार्च 2024 तक पूर्ण होना था लेकिन कार्यदायी संस्था के सुस्त रवैये के चलते अभी तक पूर्ण नहीं हो सका है। इस दौरान उपजिलाधिकारी प्रवीण यादव, रेखा बाजपेयी, प्रोजेक्ट मैनेजर देवव्रत पवार, आयुर्वेद डायरेक्टर डॉ पीसी सक्सेना, अवर अभियंता प्रशांत यादव, आदर्श यादव, शशि यादव, कृष्ण सागर पाल आदि लोग मौजूद रहे।

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