लखीमपुर खीरी: भाई के कंधे पर बहन की लाश...वायरल वीडियो से मचा सियासी भूचाल
लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। बाढ़ की विभीषिका ने दो भाइयों को ऐसा लाचार किया कि उन्हें अपनी बहन की लाश को पांच किलोमीटर तक अपने कंधे पर लादकर ले जाना पड़ा। दरअसल, बाढ़ के कारण पलिया मार्ग पर वाहन नहीं चल रहे हैं। यही वजह रही कि जेब में पैसे होने के बाद भी उसे अपनी बहन की लाश को कंधे पर लादकर चलना पड़ा। उसने न तो प्रशासन से मदद मांगी और न ही किसी और से।
यह वीडियो सोसल मीडिया पर वायरल हुआ तो सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट करते हुए सरकार से अपेक्षा की है कि अतिरिक्त आकस्मिक चिकित्सा व्यवस्था के लिए अतिरिक्त इंतजाम करें। इधर, क्षेत्रीय भाजपा विधायक रोमी साहनी ने भी घटना को दुखद बताया है और जल्द ही पीड़ित के घर पहुंचने की बात कही है। वहीं सपा के पूर्व एमएलसी शशांक यादव ने भी जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से ऐसे मामलों को संजीदगी से लेने की बात कही है।
थाना मैलानी के गांव एलनगंज महाराजनगर निवासी सरोज ने बताया कि वह अपने बड़े भाई मनोज और बहन शिवानी के साथ पलिया में रहकर पढ़ाई करते हैं। उनकी बहन कक्षा 12 की छात्रा थी। तीन दिन पहले उसकी बहन की तबीयत खराब हो गई थी। जिस पर उसने पलिया के ही एक डॉक्टर को दिखाया। डॉक्टर ने जांच लिख दी और कुछ दवाई दी।
जांच में बहन को टाइफाइड निकला। जिस पर उसने बहन का अस्पताल में भर्ती करा दिया था, लेकिन शिवानी की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ और उसकी तबीयत बिगड़ती चली गई। इस बीच शारदा नदी के उफनाने से पलिया में बाढ़ का पानी घुस गया। रेल पटरी और रास्ते में भी गए। चारों तरफ तरफ बाढ़ का पानी था। इस वजह से वह अपनी बहन का बेहतर इलाज कराने के लिए दूसरी जगह कहीं नहीं ले जा सके। इससे बहन शिवानी की मौत हो गई।
वह ग्राम अतरिया तक एक तांगे से उसके शव को लेकर आया, लेकिन आगे रास्ता बंद होने से वह कंधे पर शव रखकर बढ़े। बताया कि आगे नाव पर शव रखकर पार किया। हम दोनों भाइयों ने बारी-बारी से शव कंधे पर रखकर करीब पांच किलोमीटर पैदल सफर तय कर शव को अपने गांव लेकर पहुंचे। शिवानी की मौत से उसके परिवार में चीख पुकार मची हुई है। उसके परिजनों का रो-रोकर हाल बेहाल है।
भाजपा विधायक ने जताया दुख
पलिया से भाजपा विधायक रोमी साहनी का कहना है कि भाइयों को मजबूरी में बहन की लाश को कंधे पर ले जाने का मामला अत्यंत दुखद है, लेकिन उन्होंने इसकी जानकारी किसी को नहीं दी। न ही प्रशासन अथवा किसी से मदद मांगी। ऐसे में क्या किया जा सकता है। बाढ़ कम होने पर वह खुद पीड़ित के घर जाएंगे और संभव मदद करेंगे।
पूर्व एमएलसी ने उठाई स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त करने की मांग
सपा के पूर्व एमएलसी शशांक यादव ने स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त करने की मांग उठाई है। उनका कहना है कि भाइयों द्वारा लाश उठाकर ले जाने की घटना हृदयविदारक है। जिस अस्पताल में लड़की भर्ती थी, उसे भी प्रशासन को अवगत कराना चाहिए था। सरकार को भी इस चूक को स्वीकार करना चाहिए। प्रशासन को भी अतिरिक्त व्यवस्था को बढ़ाना चाहिए।
कंधे पर लाश ले जाने के मामले की जानकारी नहीं हो सकी। यदि जानकारी होती और सहायता मांगी जाती तो अवश्य ही उनकी सहायता करते। राजस्व टीमें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सक्रिय हैं और लोगों की मदद में तत्पर रहती है। -कार्तिकेय सिंह, एसडीएम, पलिया।
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