ब्रिटेन में दूसरी बार सांसद बने कानपुर के नवेंदु मिश्र...लेबर पार्टी से चुनाव जीतकर दूसरी बार पहुंचे सदन, परिवार में खुशी

ब्रिटेन में दूसरी बार सांसद बने कानपुर के नवेंदु मिश्र

ब्रिटेन में दूसरी बार सांसद बने कानपुर के नवेंदु मिश्र...लेबर पार्टी से चुनाव जीतकर दूसरी बार पहुंचे सदन, परिवार में खुशी

कानपुर, अमृत विचार। ब्रिटेन के आम चुनाव में शहर के रहने वाले नवेंदु मिश्र चुनाव जीतकर दूसरी बार सांसद बन गए हैं। उन्होंने लेबर पार्टी से चुनाव लड़कर जीत हासिल की है। नवेंदु मिश्र का परिवार खुशी से गदगद है। नवेंदु कानपुर के आर्यनगर निवासी हैं।

उनका परिवार आर्यनगर में रहता है। उनके चचेरे भाई डॉ. हिमांशु मिश्र शिवराजपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मेडिकल ऑफीसर हैं। उन्होंने बताया कि चाचा प्रभात रंजन मिश्र मुंबई में एक प्राइवेट कंपनी में काम करते थे। वहीं से वह 1998-99 में परिवार के साथ एक कंपनी में नौकरी करने ब्रिटेन चले गए थे। नवेंदु मिश्र ने प्रारंभिक शिक्षा कानपुर में ली। फिर मुंबई और इसके बाद लंदन में शिक्षा हासिल की।

उन्होंने बताया कि लेबर पार्टी से नवेंदु मिश्र ने स्कॉटपोर्ट सीट से जीत हासिल की है। शिक्षा पूरी करने के बाद ही वह लेबर पार्टी से जुड़ गए थे। डॉ. हिमांशु ने बताया कि नवेंदु ने शुक्रवार सुबह पांच बजे फोन कर चुनाव जीतने की सूचना दी और पिता जी (ताऊ) से आशीर्वाद लिया। उन्होंने जल्द कानपुर आने का वादा किया है। 

घर में छाईं जीत की खुशियां

नवेंदु मिश्र का परिवार गैंजेस क्लब के सामने रहता है। वह 2019 में 29 साल की उम्र में पहली बार सांसद बने थे। अब दोबारा सांसद बने हैं। उनके दोबारा चुने जाने की जैसी ही जानकारी मिली वैसे ही उनके घर में खुशी छा गई। ताऊ के साथ ही भाई और बहन ने फोन कर उन्हें बधाई दी।

खुशी में ताऊ के छलके आंसू

आर्यनगर वाले घर में नवेंदु के ताऊ डॉ.विधू शेखर मिश्र परिवार के साथ रहते हैं। वह रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के सेवानिवृत्त प्रबंधक हैं। उनके परिवार में बेटा डा.हिमांशु मिश्र और बेटी डा.शिवानी मिश्र रहती हैं। इस समय में विधू शेखर मिश्र का स्वास्थ्य ठीक नहीं है, लेकिन जैसे ही जीत की खबर मिली, उनकी आंखों में आंसू छलक पड़े। हिमांशु ने बताया कि भैया नवेंदु मिश्र और द्विवेंदू मिश्र परिवार के साथ ब्रिटेन में ही रहते हैं। कभी-कभी उनका यहां आना-जाना होता है। दो साल पहले यहां आए थे। फोन पर बातचीत होती है।

सियासत की वजह से अभी शादी नहीं

नवेंदु ने इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ राजनीति शुरू की। राजनीतिक व्यस्तता की वजह से उन्होंने दो बार अपनी शादी का कार्यक्रम रद कर दिया। परिवार के लोग बताते हैं कि कोरोना काल के दौरान लखनऊ में रिश्ते का कार्यक्रम तय हुआ था। लड़की देखनी थी, लेकिन उसी समय ब्रिटेन में चुनावी सरगर्मी शुरू होने के कारण वह कार्यक्रम रद कर वापस चले गए थे। अभी तक शादी नहीं की है।

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