मायावती ने दिया बड़ा बयान, "बाबा समेत अन्य दोषियों पर हो सख्त कार्रवाई... सरकार को राजनैतिक स्वार्थ में नहीं पड़ना चाहिए ढीला"
लखनऊ, अमृत विचारः हाथरस हादसे पर चिंता जताते हुए बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने लोगों को सलाह देते हुए लिखा कि सूरज पाल (नारायण साकार हरि) जैसे अनेकों और भी बाबाओं के अन्धविश्वास व पाखण्डवाद के बहकावे में आकर अपने दुख को और नहीं बढ़ाना चाहिए। उस दिन कि हुई भगदड़ में 121 लोगों ने अपनी जान गवां दी है जो की अति-चिन्ताजनक है। मायावती ने एक्स पर भोले बाबा और अन्य के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की अपील की।
भोले बाबा जैसे अनेक बाबा
बीएसपी प्रमुख मायावती ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि, मेरी यही सलाह है कि देश में गरीबों, दलितों व पीड़ितों आदि को अपनी गरीबी और अन्य दुखों को दूर करने के लिए हाथरस के सूरज पाल (नारायण साकार हरि) जैसे बाबाओं के अन्धविश्वास और पाखण्डवाद के बहकावे में आने से अपने दुख को और नहीं बढ़ाना चाहिए।
1. देश में गरीबाों, दलितों व पीड़ितों आदि को अपनी गरीबी व अन्य सभी दुःखों को दूर करने के लिए हाथरस के भोले बाबा जैसे अनेकों और बाबाओं के अन्धविश्वास व पाखण्डवाद के बहकावे में आकर अपने दुःख व पीड़ा को और नहीं बढ़ाना चाहिए, यही सलाह। 1/3
— Mayawati (@Mayawati) July 6, 2024
121 का मौत अति-चिंताजनक
वहीं दूसरी पोस्ट में मायावती ने लिखा कि "बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के बताए हुए रास्तों पर चलकर इन्हें सत्ता खुद अपने हाथों में लेकर अपनी तकदीर खुद बदलनी होगी। जिसका मतलब है कि इन्हें अपनी पार्टी बीएसपी से ही जुड़ना होगा, तभी ये लोग हाथरस जैसे काण्डों से बच सकते हैं। हाथरस में 121 लोगों की मृत्यु अति-चिन्ताजनक" है।
3. हाथरस काण्ड में, बाबा भोले सहित अन्य जो भी दोषी हैं, उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसे अन्य और बाबाओं के विरुद्ध भी कार्रवाई होनी जरूरी। इस मामले में सरकार को अपने राजनैतिक स्वार्थ में ढ़ीला नहीं पड़ना चाहिए ताकि आगे लोगों को अपनी जान ना गवांनी पडे़। 3/3
— Mayawati (@Mayawati) July 6, 2024
दोषियों पर हो सख्त कार्रवाई
मायावती ने अपने पोस्ट में लिखा कि हाथरस काण्ड में, सूरज पाल (नारायण साकार हरि) सहित अन्य जो भी दोषी हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसे अन्य बाबाओं के खिलाफ भी कार्रवाई होनी जरूरी है। इस मामले में सरकार को अपने राजनैतिक स्वार्थ में ढीला नहीं पड़ना चाहिए ताकि आगे लोगों को अपनी जान न गवांनी पड़े।
यह भी पढ़ेः हाथरस भगदड़ मामले में 90 बयान दर्ज किए गए :एसआईटी प्रमुख