मथुरा: संत प्रेमानंद महाराज ने बंद की रात्रि पदयात्रा, बोले- हाथरस हादसा दुर्भाग्यपूर्ण, रास्ते में भीड़ न लगाएं

मथुरा: संत प्रेमानंद महाराज ने बंद की रात्रि पदयात्रा, बोले- हाथरस हादसा दुर्भाग्यपूर्ण, रास्ते में भीड़ न लगाएं

मथुरा। हाथरस में मंगलवार को सूरजपाल उर्फ भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि के सत्संग के बाद मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी। जिसने सभी को झकझोर कर रख दिया। वहीं इस हादसे के बाद वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज ने रात्रि की पदयात्रा बंद कर दी है और अब वह रात के वक्त सड़क पर भक्तों से अनिश्चित काल के लिए नहीं मिलेंगे।

बता दें, संत प्रेमानंद महाराज अपने छटीकरा मार्ग पर स्थित निवास स्थान से रात सवा दो बजे से पद यात्रा करते हुए अपने आश्रम श्री हित राधा केली कुंज जाते थे। इस दौरान रास्ते में खड़े होकर अनुयायी उनके दर्शन करते थे। लेकिन हाथरस में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद उन्होंने अपनी रात्रि पदयात्रा अनिश्चित काल के लिए बंद कर दी है।  

साथ ही अपने अनुयायियों को रात्रि के समय संत दर्शन के लिए रास्ते में खड़े होने और भीड़ लगाने से मना किया है। उन्होंने अपने अनुयायियों को संदेश देते हुए कहा कि हाथरस हादसे को देखते हुए एहतियात के तौर पर ऐसा किया गया है।  

ये भी पढ़ें- हाथरस में मची भगदड़ में मारे गए लोगों में मथुरा की 11 महिलाएं शामिल, अब तक 121 ने गंवाई जान