9 जुलाई का इतिहास: आज के ही दिन हुआ था अभिनय और निर्देशन के ‘गुरु’ का जन्म
नई दिल्ली। साल के सातवें महीने का नौवां दिन इतिहास के पन्नों में बहुत सी अच्छी बुरी घटनाओं के साथ दर्ज है। इनमें कुछ भारतीय सिनेमा से जुड़ी हैं। दरअसल 1925 में आज ही के दिन वसंतकुमार शिवशंकर पादुकोण उर्फ गुरु दत्त का जन्म हुआ था, जिन्होंने हिंदी सिनेमा में अभिनय और निर्देशन दोनों क्षेत्रों में अपनी एक अलग पहचान बनाई।
गुरूदत्त की प्रतिभा का अंदाजा लगाने के लिए यह तथ्य अपने आप में पर्याप्त है कि टाइम पत्रिका ने गुरुदत्त की फिल्मों ‘प्यासा’ और ‘कागज़ के फूल’ को दुनिया की 100 बेहतरीन फ़िल्मों में जगह दी थी। ‘चौदहवीं का चांद’ और ‘साहब बीबी और ग़ुलाम’ को भी उनकी बेहतरीन फिल्मों में रखा जाता है।
हिंदी सिनेमा में अपनी अदाकारी का लोहा मनवाने वाले एक और समर्थ अभिनेता संजीव कुमार का जन्म भी 9 जुलाई को ही हुआ था। अन्य घटनाओं की बात करें, तो 9 जुलाई 1875 को बंबई में स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना हुई और वर्ष 1816 में इसी दिन अर्जेटीना ने स्पेन से स्वतंत्रता हासिल की।
देश दुनिया के इतिहास में नौ जुलाई की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-
1816 : अर्जेटीना ने स्पेन से स्वतंत्रता हासिल की।
1819 : सिलाई मशीन के आविष्कारक इलियास होवे का जन्म।
1875 : बम्बई स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना।
1925 : भारतीय सिनेमा के सबसे सशक्त अभिनेताओं एवं बेहतरीन निर्देशकों में शुमार गुरु दत्त का जन्म।
1938 : अपने सशक्त अभिनय से हिंदी सिनेमा को समृद्ध बनाने वाले अभिनेता संजीव कुमार का जन्म।
1951 : देश में पहली पंचवर्षीय योजना
1969 : वन्यजीव बोर्ड ने शेर को देश का राष्ट्रीय पशु घोषित किया।
1973 में शेर के स्थान पर बाघ को राष्ट्रीय पशु घोषित किया गया।
1973 : ब्रिटेन के 300 साल पुराने उपनिवेश बहामास में ब्रिटिश साम्राज्य का सूर्य अस्त हुआ।
1982 : तमाम सुरक्षा प्रणालियों को गच्चा देकर माइकल फागन नाम का एक शख्स ब्रिटेन की महारानी एलिज़ाबेथ के शयनकक्ष तक पहुंच गया।
1991 : दक्षिण अफ्रीका को ओलंपिक खेलों में दोबारा हिस्सा लेने की अनुमति मिली।
2002 : ‘आर्गेनाइजेशन ऑफ़ अफ़्रीकन यूनिटी’ का नाम बदलकर ‘अफ्रीकन यूनियन’ किया गया।
2004 : एशियाई विकास बैंक ने आतंकवाद से लड़ने हेतु अपने 42 सदस्य देशों के लिए कोष बनाया।
2011 : सूडान एक जनमत संग्रह के बाद अलग देश बन गया, 98.83 फीसदी लोगों ने अलग देश के समर्थन में वोट किया।