Kanpur: 25 हजार के इनामी को छुड़ाने पहुंचे भाजपा विधायक; समर्थकों संग मिलकर थाने में किया हंगामा, 'पुलिस मुर्दाबाद' के लगे नारे

Kanpur: 25 हजार के इनामी को छुड़ाने पहुंचे भाजपा विधायक; समर्थकों संग मिलकर थाने में किया हंगामा, 'पुलिस मुर्दाबाद' के लगे नारे

कानपुर, अमृत विचार। ग्वालटोली थानाक्षेत्र में हत्या के प्रयास के वांछित आरोपी शिवा को हिरासत में लेने पर समर्थन में बिठूर से भाजपा विधायक अभिजीत सिंह सांगा सैकड़ों समर्थकों के साथ थाने पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने चौकी इंचार्ज पर गंभीर आरोप लगाए। कहा कि परिजनों को बिना बताए ही प्राइवेट कार से चौकी इंचार्ज उसे थाने ले आए और छोड़ने के एवज में 50 हजार रुपये रिश्वत मांगी। 

विधायक के साथ आए समर्थकों ने पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। रात आठ बजे से शुरू हुआ हंगामा देर रात तक जारी रहा। थाना प्रभारी से कई बार विधायक की तीखी नोकझोंक हुई। मामला नहीं संभला तो एसीपी कर्नलगंज को बुलाया गया। यहां उनकी भी माननीय से बातचीत विफल रही। 

इसके बाद डीसीपी सेंट्रल मौके पर पहुंचे और दोनों में बातचीत शुरू हुई। विधायक का कहना था कि निर्दोष युवक को छोड़ा जाए नहीं तो वह धरना देकर जेल जाने को तैयार हैं। पुलिस का कहना था गिरफ्तार युवक पर 25 हजार का इनाम है और वह गंभीर धाराओं में नामजद है। हंगामे के कारण पीएसी और भारी पुलिस बल बुला लिया गया। 

घारमखेड़ा निवासी शिवा के भाई नारेंद्र निषाद की पिछले वर्ष 2023 में अगस्त में हत्या कर दी गई थी। परिजनों का कहना था कि शिवा बच्चों को कोचिंग पढ़ाता है। 30 मार्च 2024 को घारमखेड़ा निवासी गुड्डी ने शिवा समेत आठ लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास समेत संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई थी। इस मामले के बाद शिवा पांच माह से फरार चल रहा था। उस पर 25 हजार रुपये का इनाम भी है। 

ग्वालटोली पुलिस ने बुधवार को दोपहर में गिरफ्तार कर लिया। परिजनों का आरोप है, कि वह पूरी तरह से निर्दोष है। चौकी इंचार्ज उसे नोटिस के बहाने प्राइवेट कार में ले गए। वे लोग थाने पहुंचे तो छोड़ने के एवज में 50 हजार रुपये की मांग की गई। मामले की जानकारी बिठूर से विधायक अभिजीत सिंह सांगा को दी गई। उन्होंने एक पुलिस अधिकारी को फोन कर समर्थक होने की बात कहते हुए छोड़ने के लिए कहा। 

लेकिन पुलिस तब तक लिखा पढ़ी में कार्रवाई कर चुकी थी। इससे नाराज विधायक सैकड़ों समर्थकों के साथ ग्वालटोली थाने पहुंचे और कहा कि शिवा निर्दोष है बावजूद उसे गिरफ्तार किया गया। उसे हर हाल में छोड़ा जाए। पुलिस अधिकारी छोड़ने को तैयार नहीं हुए तो नाराज समर्थकों ने पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिया। विधायक की थाना प्रभारी प्रवीन कुमार से तीखी नोकझोंक हुई। 

जब मामला बढ़ा तो एसीपी कर्नलगंज महेश कुमार पहुंचे। उनसे भी मामला नहीं बना तो डीसीपी सेंट्रल आरएस गौतम पहुंचे। डीसीपी और विधायक में कई बार नोकझोंक हुई। आठ बजे से शुरू हुआ बवाल रात 12 बजे के बाद भी चलता रहा। मामला बढ़ता देख कर्नलगंज, कोतवाली, नवाबगंज, कोहना, स्वरूपनगर, बजरिया आदि थानों की फोर्स समेत तीन ट्रक पीएसी बुला ली गई। 

दोनों ओर से की जाती रही वीडियोग्राफी 

कार्यकर्ताओं के हंगामे के दौरान पुलिसकर्मियों ने अपने मोबाइल से भीड़ का वीडियो बनाना शुरू कर दिया। वहीं इस पर कार्यकर्ता भी अपना मोबाइल निकालकर पुलिसकर्मियों का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड करते रहे। रात के साथ ही हंगामा भी बढ़ता गया। 

इनामी आरोपी के खिलाफ विधिक कार्रवाई की गई है। शिवा के खिलाफ कोई गलत कार्रवाई नहीं की गई है। विधायक की जो आशंकाएं हैं उन्हें शांत करने के लिए उससे जुड़े सबूत दिए जाएंगे।  उनके आरोपों की जांच कराई जाएगी। आरोपित के परिवार का कोई विरोध है तो वह लिखकर दे दें एसीपी स्तर के अधिकारी से जांच करा ली जाएगी। - आरएस गौतम डीसीपी सेन्ट्रल

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