फर्जी शिक्षक भर्ती मामला: संयुक्त शिक्षा निदेशक से पूछताछ, दो और नाम सामने आए...SIT पहुंची मंडल कार्यालय

Amrit Vichar Network
Published By Nitesh Mishra
On

गिरफ्तारी के लिए प्रयागराज और मिर्जापुर भेजी गई पुलिस की टीमें

कानपुर, अमृत विचार। फर्जी शिक्षक भर्ती मामले में शुक्रवार को सहायक पुलिस आयुक्त कर्नलगंज महेश कुमार की अगुवाई में एसआईटी संयुक्त शिक्षा निदेशक कानपुर मंडल कार्यालय पहुंची। टीम ने संयुक्त शिक्षा निदेशक मनोज कुमार द्विवेदी से शिक्षक भर्ती और भर्ती चयन बोर्ड से आने वाली ई-मेल के सत्यापन की प्रक्रिया समझी। टीम ने करीब एक घंटे तक संयुक्त शिक्षा निदेशक से पूछताछ की। प्रकरण में दो और लोगों के नाम सामने आने के बाद टीम के सदस्यों को उनकी धरपकड़ के लिए प्रयागराज और मिर्जापुर रवाना कर दिया गया।

फर्जी शिक्षक भर्ती मामले में कर्नलगंज थाने में नौ लोगों के खिलाफ संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। एसीपी कर्नलगंज महेश कुमार की अगुवाई में एसआईटी मामले की विवेचना कर रही है। मास्टरमाइंड पिता-पुत्र समेत सात लोगों की गिरफ्तार हो चुकी है। टीम दो पूर्व डीआईओएस और कई लिपिकों से पूछताछ के अलावा चुन्नीगंज स्थित डीआईओएस व रमसा (जिला परियोजना अधिकारी शिक्षा अभियान) कार्यालय जाकर जांच की थी। दो रजिस्टर कब्जे में लिए थे।

शुक्रवार को एसआईटी जांच में संयुक्त शिक्षा निदेशक मनोज कुमार द्विवेदी ने बताया कि मामला प्रकाश में आने पर जांच राजकीय इंटर कालेज के प्रधानाचार्य को सौंपी थी। उनके जांच से इंकार करने पर उन्होंने खुद प्रकरण की जांच की थी। तत्कालीन डीआईओएस से पूछा था कि शिक्षक भर्ती चयन बोर्ड से आए ई-मेल की जांच, अभ्यर्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन कराए बिना ही नौ अभ्यर्थियों के नियुक्ति पत्र कैसे जारी कर दिए गए।

इस पर पूर्व डीआईओएस ने ठीकरा लिपिकों पर फोड़ दिया था। संयुक्त शिक्षा निदेशक से पूछताछ के साथ ही अब तक की जांच में दो और लोगों के नाम सामने आए हैं, जो मास्टरमाइंड पिता-पुत्र के संपर्क में रहकर शिक्षक भर्ती में खेल करते थे। डीसीपी सेंट्रल आरएस गौतम ने बताया कि मामले की जांच और जिन दो लोगों के नाम और सामने आए हैं, उनकी गिरफ्तारी के लिए टीमें भेजी गई हैं।

ये भी पढ़ें- Kanpur News: ग्रीनपार्क को मिल सकता है एक और मैच...अफगानिस्तान की टीम UP में खेलना चाहती है Match

संबंधित समाचार