शाहजहांपुर: हाथरस के सत्संग में भगदड़ से कांट के दो मासूम बच्चों की गई जान

शव गांव लाए गए तो मच गया कोहराम, गांव में पसरा था मातमी सन्नाटा

शाहजहांपुर: हाथरस के सत्संग में भगदड़ से कांट के दो मासूम बच्चों की गई जान
गुमसुम बैठीं परिवार की महिलाएं।

कुर्रिया कलां, अमृत विचार। हाथरस जिले में भोले बाबा के सत्संग में हुई भगदड़ में कांट थाना क्षेत्र के दो मासूम भाई-बहन की भी मौत हो गई। दोनों के शव गांव पहुंचे तो मातमी सन्नाटा छा गया। दोनों के शवों का बुधवार को गांव के पास स्थित गर्रा नदी किनारे अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान एसडीएम सदर ज्ञानेंद्र सिंह, सीओ सदर वीएस वीर कुमार, लेखपाल सहित राजस्व विभाग के लोग मौजूद रहे। 

कांट के गांव भमौली निवासी आनंद भोले बाबा के अनुयायी हैं। हाथरस की तहसील सिंकदराराऊ के गांव फुलरई में आयोजित सत्संग की सूचना पर आनंद कश्यप की पत्नी दुर्गेश, बहन रामा व सीमा व बेटे आरुष, नौ वर्षीय आयुष और तीन वर्षीय काव्या के साथ बस से रवाना हुई थी। जहां सत्संग समापन के बाद भगदड़ में आनंद के बच्चों आयुष और काव्या की मौत हो गई।

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परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे एसडीएम सदर ज्ञानेंद्र सिंह व सीओ सदर वीएस वीरकुमार।

दोपहर को आनंद ने अपने पिता रामविलास को बच्चों की मौत की सूचना दी। कॉल पर बात करते हुए वह दहाड़े मारकर रो पड़े। दोनों बच्चों की दादी सावित्री भी गम में डूब गईं। आज दोनों बच्चों का अंतिम संस्कार गांव पास स्थित गर्रा नदी पर कर दिया गया।

मौके पर एसडीएम सदर ज्ञानेंद्र सिंह, सीओ सदर वीएस वीर कुमार, लेखपाल सहित राजस्व विभाग के लोग मौजूद रहे। यह परिवार एक साल से अधिक समय से भोले बाबा का अनुयायी था और वह बच्चों के फूफा बुआ के माध्यम से जुड़ा था और सभी लोग जयपुर में रहकर नौकरी करते थे और जयपुर से ही सत्संग में गए थे।

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