शहर की बिजली व्यवस्था धड़ाम : समस्या सुनने के लिये नहीं उठता एक्सईन और जेई का सीयूजी नंबर

पॉवर हाउस पर उपभोक्ता रातभर करते रहते फोन, कर्मचारी मनमर्जी से सही कराते हैं फाल्ट

शहर की बिजली व्यवस्था धड़ाम : समस्या सुनने के लिये नहीं उठता एक्सईन और जेई का सीयूजी नंबर

बाराबंकी अमृत विचार। जिले में बिजली न आ रही हो या वोल्टेज की समस्या हो, समस्या सुनने के लिये बिजली विभाग के जिम्मेदार अधिकारी अपना सीयूजी नंबर नहीं उठाते। व्यवस्था का आलय यह है कि कोई बड़ी फाल्ट भी हो जाये, फिर भी एसी में सो रहे बिजली अधिकारी जनता का फोन उठाना मुनासिब नहीं समझते। बिजली विभाग का टोल फ्री नंबर भी महज उपभोक्ताओं को अश्वासन देकर ही काम चला रहा है

हम बात कर रहे जिला मुख्लाय की बिजली सप्लाई की। जो पूरी तरह से धड़ाम होने के चलते जनता त्राहिमाम कर रही है। मंगलवार की रात में शहर की सप्लाई लगभग दस बजे अचानक बाधित होना शुरू हो गई और देर रात तीन बजे तक बिजली की आंखमिचौली चलती रही। उमस भरी गर्मी के मौसम में लोगों को खासी परेशानी उठानी पड़ी। लखपेड़ाबाग, आनंद विहार, पायनियर चौराहा, अभय नगर, आवास विकास, गुलरिया गार्दा, विकास भवन रोड, घंटाघर, कानूनगोयान, रसूलपुर, नेबलेट, बेगमगंज, लाजपतनगर, दीनदयालनगर, सत्यप्रेमीनगर, दयानंदनगर, कृष्णानगर, कटरा, सत्यप्रेमी नगर, कंपनीबाग, सिविल लाइन आजाद नगर और बंकी समेत जिला मुख्यालय के तमाम मोहल्लों में बिजली कटौती और लो वोल्टेज की समस्या रातभर जारी रही।

इन मोहल्लों के लोग पहले पॉवर हाउस, इसके बाद जेई और फिर एक्सईएन को एक दो बार नहीं सप्लाई सही न होने तक रात तीन बजे तक फोन करते रहे। ऐसा नहीं कि फोन बंद हो फोन पर घंटी जाती रही पर किसी भी जिम्मेदार अधिकारी ने अपना फोन उठाना सही नहीं समझा। लखपेड़ाबाग के रवि, आनंद विहार के कमलेश, आवास विकास के राहुल, अभय नगर के रानू और गुलरिया गार्दा के ऋषभ समेत इन मोहल्लों के लोगों का आरोप है कि यह कोई एक दिन का हाल नहीं है। रोजाना ही रात के समय बिजली सप्लाई इसी तरह से लोगों को गर्मी में बेहाल कर रही है। अधिकारी खुद ऐसी चलाकर सोते हैं, लोगों को पंखे की हवा तक नहीं नसीब हो पा रही है।

लोगों ने बताया कि सप्लाई न मिलने और अधिकारियों के फोन न उठने पर लोगों ने बिजली विभाग के टोल फ्री नंबर 1912 पर भी कॉल की, लेकिन उधर से आवाज आई कि यह नंबर ही अमान्य है। पॉवर हाउस पर बड़ी मुश्किल से कॉल मिलने पर दो घंटा समय दिया गया। समय पूरा होने पर फिर कॉल की गई तो बताया गया कि आपकी कंप्लेंट ही नोट नहीं की थी, इसलिये अभी और समय लगेगा। अब आपकी कंप्लेंट नोट हो रही है। फोन कट कर दिया गया। इसके बाद फिर फोन लगाने पर उठा और एकबार फिर आधे घंटे का अश्वासन ही मिला। बिजली न आने से लोग देर रात तक सड़कों पर टहलने को मजबूर रहे। 

महीने भर से बुरा हाल

लखपेड़ाबाग मोहल्ले के निवासी सचिन ने बताया कि रात 10 बजे से शुरू हुई ट्रिपिंग रात तीन बजे तक जारी रही। उपभोक्ता रातभर ओबरी पॉवर हाउस फोन करके शिकायत करते रहे, लेकिन किसी ने एक न सुनी। उन्होंने बताया कि पिछले एक महीने से बहुत बुरा हाल है। रात दस बजे से दो बजे तक बिजली का बहुत बुरा हाल रहता है। लगातार ट्रिपिंग होती रहती है।

एसी, कूलर कुछ काम नहीं करता। मंगलवार देर रात समस्या होने पर रोज की तरह अधिशासी अभियंता अंशुमान यादव के साथ जेई शैलेंद्र यादव और पॉवर हाउस में फोन करते रहे। लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। रात दो बजे ओबरी पॉवर हाउस का फोन उठा, तब जाकर तीन बजे तक लाइट सही हो सकी। लाइनमैन ने बताया कि हम तीन लोगों को विभाग ने फॉल्ट सही करने और चेकिंग करने समेत तमाम काम थमा रखे हैं। हमें दिन रात काम करना पड़ रहा है। इसलिये रोज इस तरह की समस्या हो रही है। अधिकारी हमारी सुनते नहीं।

दिन रात होती है बिजली की कटौती

गुलरिया गार्दा के मोहल्ले के ऋषभ का कहना है कि भीषण गर्मी को देखते हुए शासन की तरफ से बिजली न काटने का सख्त निर्देश हैं, लेकिन फिर भी विभाग के अधिकारियों पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा। दिन और रात में कई बार बिजली कटौती की जा रही है। कटौती के पीछे लोकल फॉल्ट की बात कहकर अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं। गर्मी से राहत पाने के लिये लोगों के लिये बिजली ही एक मात्र सहारा है। इसके बाद भी दिन और रात में आधे से एक घंटे तक कई बार बिजली कटैती की जा रही है। लोगों को बिजली कटौती से सबसे ज्यादा समस्या रात में होती है। ऋषभ के मुताबिक बिजली की समस्या होने पर अधिकारी तो कभी फोन उटाते ही नहीं।

अधिशासी अभियंता अंशुमान यादव ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार उपभोक्ताओं को बिजली की आपूर्ति की जा रही है। फॉल्ट सही करने के लिये शट डाउन लेना पड़ता है। लो वोल्टेज की समस्या ओवरलोड की वजह से हो रही है। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार का कहना है कि बिजली विभाग के अधिकारियों का सीयूजी नंबर न उठना काफी गंभीर है। इस मामले की जांच और जबाव तलब किया जाएगा। वह अपने स्तर से बिजली विभाग के अधिकारियों के सीयूजी नंबर पर फोन कराकर चेक कराएंगे और उसकी रिपोर्ट शासन को भेजेंगे।