Etawah: चार दिन पहले आई शहर...सहेली बनकर मासूम का किया अपहरण, फिर पुलिस ने ऐसे दो अपहृताओं को पकड़ा, सकुशल बच्चा बरामद

दिल्ली हरियाणा तक बच्चे को बेचने की थी फिराक में

Etawah: चार दिन पहले आई शहर...सहेली बनकर मासूम का किया अपहरण, फिर पुलिस ने ऐसे दो अपहृताओं को पकड़ा, सकुशल बच्चा बरामद

इटावा, अमृत विचार। चार दिन पहले शहर में सहेली बनकर दो साल के मासूम बेटे को अगवा करने वाली अपनी साथी महिला सहित पुलिस हत्थे चढ़ गई। दोनों महिलाएं दिल्ली हरियाणा तक बच्चे को बेचने की फिराक में थी। इससे पहले ही पुलिस ने दोनों महिलओं को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही बच्चे काे भी सकुशल बरामद कर लिया। एसएसपी ने पुलिस टीमों को 25 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की।                        
    
शहर में कोतवाली सदर क्षेत्र में मोहल्ला ब्रह्मनगर में किराए के मकान में रह रहे थाना इकदिल क्षेत्र में गांव नगला फूंदी के सुनील के दो साल के बेटे युवराज को इसी मकान में रह रही महिला इसकी पत्नी की सहेली बनकर 22 जून सुबह 10 बजे अगवा कर ले गई। जानकारी होने पर मोहल्ला में हड़कंप मच गया, बच्चे की मां का रो रोकर हाल बेहाल हो गया।                                

एसएसपी संजय वर्मा ने बताया कि एसपी सिटी अभयनाथ त्रिपाठी तथा सीओ सिटी अमित कुमार सिंह के नेतृत्व में शहर कोतवाल विक्रम सिंह चौहान, एसओजी व सर्विलांस टीम प्रभारी फोर्स के साथ लगातार इनकी तलाश में जुटे हुए थे। बुधवार सुबह नौ बजे सटीक सूचना मिलने पर पुलिस टीमों ने मां काली बांह मंदिर के पास घेराबंदी करके दो महिलाओं सहित बच्चे को अभिरक्षा में ले लिया। बच्चे का मेडिकल कराया गया जो स्वस्थ्य पाया गया। 

सहेली बनकर ले जाने वाली ने भरथना क्षेत्र में गांव जबरपुरा की उर्मिला तथा दूसरी ने थाना फ्रेंड्स कॉलोनी क्षेत्र में कुनेरा हाल निवास शहर किनारे अड्डा सती मानिकपुर मोड़ पर रहने वाली अंजना नामपता बताया। दोनों दिल्ली हरियाणा तक बच्चे को बेचने के लिए दौड़ रही थी।

ग्वालियर भिंड जाने के दौरान पुलिस के हाथ आ गई। अगर यहां पर बच्चा नहीं बिकता तो यह दोनों उसकी हत्या करके शव को जंगल में छिपा देती, इनके इरादे काफी खतरनाक बन गए थे। इसके तहत बच्चे को टार्चर भी कर रही थीं।                                

दोनों काफी चालाक, बदल रही थीं लोकेशन   

एसएसपी ने बताया कि दोनों काफी चालाक अपराधियों की तरह लोकेशन बदल रही थीं, इसी के साथ दूसरों के मोबाइल फोन मांगकर काल कर रही थी। इन दोनों ने मथुरा और भरतपुर में इसी तरह की घटनाएं कबूली हैं। इनका इनका इतिहास खंगाला जा रहा है। अनुमान है कि यह दोनों किसी मानव तस्करी गैंग से जुड़ीं हुई हैं। सभी पहलुओं की गहनता से जांच की जा रही है। 

बच्चा पाकर निहाल हुई दुखी मां 

मासूम बेटा अगवा होने के बाद लगातार आंसू बहा रही दुखी मां बच्चे को पाकर निहाल हो गई जो पुलिस की जमकर सराहना कर रही थी। एसएसपी बच्चे को टाफी चाकलेट देकर खुशी जाहिर की।                                             

25 हजार का इनाम पाने में शामिल       

25 हजार रुपये का इनाम पाने वाली पहली टीम में एसओजी टीम प्रभारी जयप्रकाश सिंह, सर्विलांस टीम प्रभारी नागेंद्र चौधरी, सिपाही अंकित, सुशील, गौरव, अनुज व अरुण। दूसरी टीम में शहर कोतवाल विक्रम सिंह चौहान, एसआई राजकुमार सिंह व सौरभ सिंह, है का महेंद्र सिंह, महिला सिपाही ललिता यादव, निवेश सिंह शामिल हैं।

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