लखनऊ: 40 नर्सिंग ऑफिसर ने डॉक्टर के खिलाफ की शिकायत

लखनऊ: 40 नर्सिंग ऑफिसर ने डॉक्टर के खिलाफ की शिकायत

लखनऊ, अमृत विचार। एसजीपीजीआई में डॉक्टर और नर्सिंग ऑफिसर के बीच शुरू हुआ घमासान खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को भी नर्सिंग स्टाफ एसोसिएशन के बैनर तले जुटे नर्सिंग ऑफिसर ने प्रदर्शन किया है। नर्सिंग स्टाफ एसोसिएशन लगातार प्रदर्शन कर रहा है और डॉ. वरुणा पर कार्रवाई की मांग कर रहा है। वहीं सीवीटीएस विभाग में कार्यरत 40 नर्सिंग ऑफिसर ने डॉ. वरुणा के खिलाफ एसजीपीजीआई से लिखित शिकायत की है। बात करें एसजीपीजीआई के फैकेल्टी फोरम की तो वह लगातार नर्सिंग ऑफिसर और नर्सिंग स्टाफ एसोसिएशन के आरोपों को निराधार बता रहा है।

सोमवार को एसजीपीजीआई के नर्सिंग स्टाफ एसोसिएशन की तरफ से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है 20 जून को डॉ. वरुणा ने नर्सिंग ऑफिसर धर्मेंद्र कुमार को थप्पड़ मारा गया। जिसकी शिकायत निदेशक से की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके बाद यूनियन ने आंदोलन शुरू किया, जिसमें सर्विस कंडक्ट रूल सेवा नियमों के तहत न्याय की मांग की जा रही है जिस पर निदेशक ने फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन किया लेकिन आज आंदोलन का चौथा दिन है न्याय अभी तक संस्थान प्रबंधन की तरफ नहीं किया गया है इसके विपरीत संस्थान प्रबंधन आंदोलन को वापस लेने और मामले को दबाने का प्रयास कर रहा है, संस्थान प्रबंधन ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए फैक्ट फाइंडिंग कमेटी  ने  आई विटनेस के आधार पर  इस घटना की पुष्टि की है ,लेकिन न्याय फिर भी अभी तक नहीं मिला है।

डॉ. वरुणा के नाराज होने का कारण बताया

प्रेस रिलीज में कहा गया है कि यूनियन ने घटना की विस्तृत जानकारी सीवीटीएस विभाग,ओटी के कर्मियों से ली है , जिसमें ऑपरेशन के दौरान ऑपरेटिंग असिस्टेंट सर्जन इस ऑपरेशन के दौरान ओटी में मौजूद नहीं था। जिसकी  ऑपरेशन में अहम भूमिका होती है डाक्टर वरुणा ने यह ऑपरेशन बिना असिस्टेंट सर्जन के कैसे कर सकती हैं, और बिना असिस्टेंट सर्जन के मरीज का चेस्ट खोल दिया। इसके बाद डॉक्टर वरुना ऑपरेशन के दौरान स्ट्रेस महसूस करने लगी और असिस्टेंट सर्जन का कार्य करने का दवाब हमारे नर्सिंग ऑफिसर धर्मेंद्र पर डालने लगी। जबकि असिस्टेंट सर्जन और नर्सिंग ऑफिसर की ट्रेनिंग व कार्य अलग-अलग है इसके बाद नर्सिंग ऑफिसर धर्मेंद्र ने असिस्टेंट सर्जन की भूमिका का निर्वहन किया ,ऑपरेशन के दौरान मरीज का बीपी 38/ 20 हो गया, मरीज की जान जाने का जोखिम बढ़ गया। जिससे डाक्टर वरूणा बुरी तरह घबरा गई जिसका गुस्सा डॉक्टर वरूना  ने हमारे नर्सिंग ऑफिसर धर्मेंद्र पर वार कर निकाला। 

नर्सिंग स्टाफ एसोसिएशन के महामंत्री विवेक सागर ने कहा है कि डाक्टर वरुणा की शिकायत एक बार फिर हुई है। सीवीटीएस विभाग के लगभग 40 नर्सिंग कर्मियों ने लिखित रूप से संस्थान प्रशासन से की। यह शिकायत डॉ. वरुणा के स्वभाव को लेकर की गई है।

नर्सिंग स्टाफ एसोसिएशन की पूर्व अध्यक्ष सीमा शुक्ला ने कहा है कि नर्सिंग ऑफिसर के साथ अन्याय हुआ है। जब तक उसको न्याय नहीं मिलता हमारा संघर्ष जारी रहेगा।

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