AKTU : बैंक और एकेटीयू कर्मचारियों समेत 70 मोबाइल नंबर रडार पर, 120 करोड़ की हेरा फेरी

AKTU : बैंक और एकेटीयू कर्मचारियों समेत 70 मोबाइल नंबर रडार पर, 120 करोड़ की हेरा फेरी

बैंक और एकेटीयू कर्मचारियों समेत 70 मोबाइल नंबर रडार पर रखे गए हैं। बैंक और एकेटीयू के दस कर्मचारियों से पूछताछ की। गुजरात, महाराष्ट्रा और हिमाचल में पुलिस ने डेरा डाला।

लखनऊ, अमृत विचार: 120 करोड़ रुपये हड़पने के मामले में बैंक और एकेटीयू के 10 कर्मचारियों व अधिकारियों से पूछताछ की गई। साइबर क्राइम थाने की पुलिस और डीसीपी पूर्वी की टीम ने इन कर्मचारियों से कई सवाल किए। दोनों संस्थानों के कर्मचारियों, अधिकारियों और संदिग्ध मिले 70 मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर रखा गया है। कुछ मोबाइल नंबर के कॉल डिटेल आ गए है। उनके आधार पर दबिश के लिए टीम रवाना हो गई है।

साइबर क्राइम थाने के प्रभारी के मुताबिक इस मामले में पुलिस की तीन टीम गुजरात, महाराष्ट्र और हिमाचल प्रदेश में डेरा डाल रखा है। यहां अब तक 18 संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दी गई है। हालांकि कोई खास सुराग हाथ नहीं लगे। पुलिस टीम को जो मोबाइल नंबर हाथ लगे हैं। उसमें ज्यादातर फर्जी नाम व पते पर लिए गए हैं। इसके कारण आरोपियों की तलाश में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रभारी ने बताया कि जल्द ही दो और टीमें गुजरात और महाराष्ट्र के लिए रवाना की जाएगी।

बैंक और एकेटीयू से मिले चार फुटेज

प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि इस मामले में वारदात वाले दिन की चार सीसीटीवी कैमरों के फुटेज मिले हैं। इनमें दो एकेटीयू और दो बैंक से उपलब्ध कराए गए हैं। फुटेज पूरे दिन का है। एक टीम इसका अध्ययन कर रही है। फुटेज में अनुराग और एनके सिंह जिन कर्मचारी और अधिकारी से मिले हैं। उनमें छह लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। चाहे वह बैंक के हो या एकेटीयू के। मेनगेट में प्रवेश और उसके निकलने तक के सारे फुटेज का अध्ययन किया जा रहा है। जल्द ही कुछ और नाम सामने आ सकते हैं। वहीं, शुक्रवार को पुलिस की एक टीम एकेटीयू और बैंक गई थी। वहां पर कुछ साक्ष्य और मिले हैं। जिनकी सत्यता परखी जा रही है।वहीं, एक टीम मेल भेजने वाले आईपी एड्रेस की डिटेल खंगाल रही है। ताकि यह साफ हो सके कि बैंक और एकेटीयू को कहां से मेल भेजे गए थे। साथ ही आईपी एड्रेस का प्रयोग कौन करता था।

हवाला के जरिये अनुराग तक पहुंची है मोटी रकम

पुलिस के मुताबिक इस हेराफेरी में हवाला कारोबारियों की मिली भगत सामने आई है। वारदात के बाद अनुराग श्रीवास्तव लखनऊ से हिमाचल प्रदेश भाग गया। उसकी अंतिम लोकेशन मनाली में बुधवार को मिली थी। अभी तक की जांच में सामने आया कि अनुराग को पांच से सात लाख रुपये हिमाचल प्रदेश में ही हवाला कारोबारियों द्वारा उपलब्ध कराया गया है। पुलिस को अनुराग के मोबाइल नंबर से एक दर्जन नंबर वारदात के बाद हिमाचल प्रदेश से जुड़े मिले हैं। इनमें कुछ बंद आ रहे हैं।

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