अकबरनगर में सभी निर्माण ध्वस्त, कई सुविधाएं विकसित करेगी सरकार-विस्थापितों को किया गया शिफ्ट

अकबरनगर में सभी निर्माण ध्वस्त, कई सुविधाएं विकसित करेगी सरकार-विस्थापितों को किया गया शिफ्ट

लखनऊ, अमृत विचार। राजधानी के अकबरनगर में बुलडोजर एक्शन लगभग समाप्त हो गया है। यहाँ 24.5 एकड़ भूमि पर मकान, काम्प्लेक्स और दुकानें गिरा दी गईं हैं। यहाँ धार्मिक स्थलों को भी हटाया गया है। एलडीए उपाध्यक्ष डॉक्टर इंद्रमणि त्रिपाठी के अनुसार सरकार आने वाले समय में चिड़ियाघर सहित कई नई सुविधाओं को यहाँ विकसित करेगी। वहीँ अकबरनगर के विस्थापितों को बसंतकुंज योजना में पात्रता के आधार पर आवास दिए गए हैं। हालाँकि अभी कई सुविधाओं से महरूम ये विस्थापित रोजी-रोटी की चिंता में डूबे हैं। 

लखनऊ में कुकरैल नदी के किनारे अतिक्रमण रोधी अभियान में अवैध इमारतों को गिराने का काम पूरा हो गया है। लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) के अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बुलडोजर सहित भारी मशीनों से लगभग 1169 अवैध आवासीय संपत्तियों और 100 से अधिक व्यावसायिक संपत्तियों को ध्वस्त कर दिया गया। करीब 24.5 एकड़ भूमि पर अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए पिछले साल दिसंबर में ध्वस्तीकरण का काम शुरू किया गया था। क्षेत्र में 1320 से अधिक अवैध संरचनाओं को ध्वस्त किया गया है। इनमें हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के धार्मिक स्थल भी शामिल हैं। एलडीए के अधिकारियों के अनुसार, मंगलवार को करीब 100 इमारतों को ध्वस्त किया गया, अब मलबा हटाने का काम शुरू किया जाएगा। अकबरनगर के जिन परिवारों के घर गिराए गए हैं, उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहर के दूसरे हिस्से में वैकल्पिक आवास उपलब्ध कराए गए हैं।

राजधानी के पॉश इलाके के पास अकबरनगर बसा हुआ था। यहां की ज्यादातर आबादी श्रमिक वर्ग की है। लोग रोज मेहनत मजदूरी कर अपने घरों का खर्च चलाते हैं, लेकिन अब जब उन्हें बसंतकुंज योजना स्थित प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने फ्लैटों में शिफ्ट कर दिया गया है, तो महिला से लेकर पुरुष तक की सबसे बड़ी समस्या रोजगार की है।

अकबरनगर में लोकसभा चुनाव के बाद अवैध निर्माण तोड़ने की कार्रवाई बीते 8 दिनों से चल रही है। प्रशासन की तरफ से कुकरैल नदी के किनारे अवैध रूप से बने मकानों को तोड़ने का काम बीते साल 2023 से ही जारी है। सबसे पहले भीकमपुर में मकानों को तोड़ने की कार्रवाई हुई थी। अब अकबरनगर में कार्रवाई चल रही है।

सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि सरकार की कार्रवाई को भूमाफिया व करोड़पति कब्जेदारों ने उच्चतम न्यायालय तक में चुनौती दी थी, लेकिन सरकार ने हर स्तर पर उन्हें जवाब दिया। प्रवक्ता ने बताया कि सरकार भूमाफिया के शिकार हुए अकबर नगर के गरीब निवासियों के साथ मजबूती से खड़ी है। अवैध निर्माण को हटाने से पहले अधिकारियों ने हर गरीब परिवार से संवाद किया था। इस दौरान सभी गरीब परिवार का पुनर्वास कराते हुए करीब दो हजार लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान आवंटित किये गये हैं।  

रिवर फ्रंट के तौर पर विकसित होगा कुकरैल 
गौरतलब है कि कुकरैल पिकनिक स्पॉट को रिवर फ्रंट के तौर पर विकसित किया जाना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ये ड्रीम प्रोजेक्ट है। अफसरों का कहना है कि  कुकरैल नदी के सौंदर्यीकरण के लिए अतिक्रमण हटाया जा रहा है। बताया जा रहा है इस प्रोजेक्ट का नक्शा और डीपीआर आईआईटी रुड़की से बनवाई जा रही है। 

ये सुविधाएं होंगी विकसित 
कुकरैल में नदियों के पानी का ट्रीटमेंट करने के लिए छोटा प्लांट लगाने की योजना है। जिससे स्वच्छ पीने के पानी की बढ़ती जरूरत को पूरा किया जा सकेगा। इसके आलावा घाटों का सौंदर्यीकरण कर लोगों को यहाँ आने और पूजा-पाठ जैसी गतिविधियों को भी बढ़ाया जायेगा। इसके साथ ही जॉगिंग के लिए पाथ, पार्क और साइकिल ट्रैक भी बनाया जाएगा। 

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