Chitrakoot: पिटाई से घायल युवक की मौत पर परिजनों ने किया हाईवे जाम, आधे घंटे तक यातायात रहा बाधित, घर छोड़कर भागे आरोपी
चित्रकूट (बरगढ़), अमृत विचार। रैपुरा थानांतर्गत लौरी गांव के मजरे हनुमानगंज में एक ग्रामीण को शराब और मुर्गे की दावत के बीच हुए विवाद में जमकर मारा पीटा गया। इलाज के दौरान प्रयागराज में उसकी मौत हो गई। हत्या से गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने शनिवार की शाम लालता रोड में हाईवे पर शव रखकर जाम लगा दिया। अपराधियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई के आश्वासन के बाद परिजन माने। लगभग आधे घंटे तक हाईवे पर यातायात बाधित रहा।
जानकारी के मुताबिक, 11 जून को हनुमानगंज निवासी बड़कू आदिवासी (30) पुत्र निहोर को गांव के कुछ लोगों ने शराब-मुर्गा के नाम पर बुलाया। आरोप है कि इन लोगों का बड़कू से विवाद हुआ और फिर सबने मिलकर पत्थरों पर पटककर उसको घायल कर दिया। गंभीर हालत में उसे जिला अस्पताल से प्रयागराज ले जाया गया, जहां शुक्रवार को उसकी मौत हो गई।
मौत की जानकारी मिलते ही परिजनों और ग्रामीण आक्रोशित हो गए। शनिवार सुबह आरोपियों की गिरफ्तारी और सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर ये लोग लालता रोड पहुंचे और सड़क किनारे बैठकर शव के प्रयागराज से आने की प्रतीक्षा करने लगे। शाम लगभग सवा छह बजे जैसे ही शव लेकर वाहन लालता रोड पहुंचा, परिजनों और ग्रामीणों ने हाईवे पर रखकर जाम लगा दिया। इनकी मांग थी कि आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जाए।
मौके पर सीओ राजापुर निष्ठा उपाध्याय, सीओ मऊ राजकरन सिंह, एसओ रैपुरा श्याम प्रताप पटेल, मऊ अजीत पांडेय, बरगढ़ राकेश मौर्य आदि के साथ कई थानों का पुलिस बल मौके पर पहुंच गया था। बाद में एसडीएम मऊ राकेश पाठक भी पहुंच गए और ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की।
मौके पर मौजूद अधिकारियों ने उच्चाधिकारियों से परिजनों की फोन पर बात कराई और उनके आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई के आश्वासन के बाद परिजन और ग्रामीण मान गए। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। इस दौरान लगभग आधे घंटे तक यातायात बाधित रहा।
घर पर ताला डालकर भाग गए आरोपी
परिजनों की तहरीर पर गांव के वीरेंद्र पुत्र श्यामलाल, सुनील पुत्र हरिनारायण और शीलू पुत्र अभिलाष सिंह पर एससी-एसटी समेत गंभीर धाराओं पर रिपोर्ट दर्ज की गई। जैसे ही आरोपियों को बड़कू की मौत की जानकारी हुई, वे घरों पर ताला डालकर भाग गए। इससे ग्रामीण और परिजनों का गुस्सा और बढ़ गया। इनका आरोप था कि पुलिस की लापरवाही की वजह से ही आरोपी भाग गए हैं। इन लोगों ने कुछ लोगों पर आरोपियों के संरक्षण का भी आरोप लगाया।