Lok Sabha Elections 2024: प्रियंका नहीं अब तनुज के नाम हुआ सबसे बड़ी जीत का रिकार्ड, 1962 में सबसे कम 321 मतों से हारे थे रामसेवक यादव

Lok Sabha Elections 2024: प्रियंका नहीं अब तनुज के नाम हुआ सबसे बड़ी जीत का रिकार्ड, 1962 में सबसे कम 321 मतों से हारे थे रामसेवक यादव

बाराबंकी, अमृत विचार। लोकसभा चुनाव में बाराबंकी सीट से सबसे बड़ी जीत का रिकार्ड अब कांग्रेस नेता व गठबंधन प्रत्याशी तनुज पुनिया के नाम हो गया। उन्होंने भाजपा की राजरानी को 2,15,714 मतों से हरा कर एक नया रिकार्ड स्थापित किया। इससे पहले 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा की प्रियंका सिंह रावत ने 2.11 लाख से अधिक मतों से जीत हासिल की थी। जो अब 18वें लोकसभा चुनाव में यह सबसे बड़ी जीत बन गई है। वहीं सबसे कम 321 मतों से हराने का रिकार्ड सोशलिस्ट पार्टी के रामसेवक यादव के नाम हैं।

बाराबंकी सीट से बाहरी प्रत्याशी के रुप में आई प्रियंका रावत पहली बात सियासत में उतरीं और लोकसभा चुनाव के इतिहास में सबसे बड़ी जीत का रिकार्ड अपने नाम किया था। मोदी लहर में पहली बार में ही वह सांसद बन गईं और देश की सबसे बड़ी संसद में जिले का प्रतिनिधित्व करने का मौका यहां के मतदाताओं ने उन्हें दिया। लेकिन इनका यह रिकार्ड 2024 के लोकसभा चुनाव में टूट गया। जिसमें गठबंधन प्रत्याशी तनुज पुनिया ने भाजपा की राजरानी को रिकार्ड  2,15,714 मतों से शिकस्त दी।

इस चुनाव में तनुज पुनिया को  55.79 और भाजपा की राजरानी रावत को 39.07 प्रतिशत वोट मिले। 1951 से लेकर 2024  तक चुनावी सफर पर गौर करें तो बाराबंकी के 73 साल के चुनावी इतिहास में सबसे बड़ी जीत का रिकार्ड अपने पास रखने वाली प्रियंका सिंह रावत ने 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के डॉ.पीएल पुनिया को 2 लाख 11 हजार 878 मतों से हराया था। आज वही डॉ.पीएन पुनिया के सुपुत्र तनुज पुनिया से जहां जीत दर्ज कर भाजपा से यह सीट छीन ली वहीं अपने पिता के हार का बदला भी ले लिया। वह भी रिकार्ड मतों से जीतते हुए। 

कौन कितने वोटों से हासिल की जीत

चुनाव-- विजेता--- जीत का अंतर
1951--गंगा देवी----13064
1957--आरएस यादव--30880
1962--आरएस यादव--321
1967-- बी.कुरील--13469
1967--आरएस यादव--13374
1971--बैजनाथ कुरील--34829
1971--कुंवर रुद्र प्रताप सिंह--58345
1977--राम किंकर--147411
1980--राम किंकर--15641
1984--कमला प्रसाद--94671
1989--रामसागर रावत--64117
1991--रामसागर रावत--3798
1996--रामसागर रावत--14722
1998--बैजनाथ रावत--13785
1999--रामसागर रातव--55278
2004--कमला प्रसाद---20927
2009--पीएल पुनिया--168575
2014--प्रियंका सिंह रातव--211878
2019--उपेंद्र सिंह रावत---110140
2024--तनुज पुनिया--- 2,15,714 

भाजपा की नहीं लगी हैट्रिक

इस चुनाव में अगर राजरानी रावत चुनाव जीततीं तो यह भाजपा की लगातार तीसरी जीत के साथ हैट्रिक होती लेकिन तनुज पुनिया के शानदार प्रदर्शन कर भाजपा को हैट्रिक लगाने से ही नहीं रोका बल्कि लोकसभा चुनाव में तीसरी महिला सांसद होने की पदवी भी छीन ली। वहीं हैट्रिक की बात करें तो जमीनी नेता रामसेवक यादव ने राजनीति के मैदान में अपनी शानदार चुनावी रणनीति रूपी बॉलिंग से जीत की हैट्रिक लगाई है।

उन्होंने 1989, 1991,1996 व 1999 में जीत हासिल की थी। इसके अलावा 1957, 1962 और 1967 में लगातार तीन बार सांसद बनने वालों में रामसेवक यादव का भी नाम दर्ज है। सन् 1967 में बाराबंकी सामान्य सीट से तीसरी बार जीत हासिल की थी। जबकि रामसनेहीघाट सुरक्षित सीट पर कांग्रेस के बी.कुरील जीते थे। उस समय दो लोकसभा सीट हुआ करती थीं।

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