Mahoba News: दबंगों ने बस्ती की जमीन को बताया अपनी जागीर, तारबंदी करके लोगों को किया कैद
सूचना पर पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे उपजिलाधिकारी ने तारबंदी हटवाई
महोबा, अमृत विचार। कस्बा चरखारी के मोहल्ला गुमानपुरा की एक बस्ती की भूमि कों दबंगों ने अपनी जागीर बताते हुए चारों तरफ से तारबंदी लगाकर बस्ती के लोगों को कैद कर दिया, जिससे बस्ती वालों के सामने एक नई मुसीबत खड़ी हो गई है। चार पीढ़ियों से इस बस्ती में रहते आए लोगों ने उपजिलाधिकारी और पुलिस अधिकारियों को शिकायती पत्र सौंपा। शिकायती पत्र मिलने पर मौके पर पुलिस के साथ पहुंचे अधिकारियों ने तारबंदी को हटवा दिया। साथ ही हैंडपंप पर दबंग द्वारा किए गए कब्जे को भी हटावाया। अधिकारियों के पहुंचने के बाद बस्ती वासियों ने राहत की सांस ली।
नगर पालिका परिषद के वार्ड जयंतनगर का मोहल्ला गुमानपुरा सुर्खियों में आ गया है, जहां पर बिजली, पानी, चिकित्सा और शिक्षा के अभाव है। यहां के बाशिंदों को बस्ती से लगे खेत के मालिक ने पूरी बस्ती को अपनी जागीर बताते हुए घरों के चारो तरफ तारबंदी लगाकर उन्हें कैद कर दिया, जिससे बस्ती के लोगों में हड़कम्प मच गया। इस बस्ती में करीब एक सैकड़ा लोग निवास करते है।
यहां की दयनीय स्थिति को देखते हुए मीडिया ने जोरदारी से मूलभूत समस्याओं को समाचार पत्रों के माध्यम से उजागर किया था, तब प्रशासन ने नगर पालिका द्वारा 250 मीटर की सीसी रोड बनवा दी और एक दर्जन लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजा के तहत घर निर्माण के लिए पैसा आवंटित कर दिया, जिससे यहा पर कच्चे पक्के मकानों का निर्माण भी है साथ ही तीन हैंडपंप भी लगवाए गए थे। यहां पर लगभग 80 मतदाता हैं, जो नगर पालिका के चुनाव में मतदान भी करते हैं, बावजूद यहां के बाशिंदों को बिजली, पानी, चिकित्सा और हर घर जल योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
तारबंदी में कैद किए गए बस्ती के लोगों में से कुछ लोग किसी तरह निकलकर अधिकारियों की चौखट पर पहुंचे और घटना से अवगत कराया, जिस पर उपजिलाधिकारी चरखारी राजस्व विभाग की टीम और पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे, जहां पर दबंगों द्वारा लगाई गइ ताड़बाड़ी को तत्काल हटाया गया साथ ही हैंडपंप पर किए गए अवैध कब्जे को भी हटवा दिया गया। बस्ती वालों ने बताया कि ग्राम सबुआ के दबंगों ने इसे अपनी जागीर बताते हुए बस्ती के चारो तरफ तारबंदी लगवा दी, जिस पर कुछ मोहल्ले वासियो के साथ सभासद अतुल द्विवेदी ने अधिकारियों को मोहल्ले की वास्तविक स्थिति से अवगत कराया, इसके बाद मोहल्लेवासियों को न्याय मिला।