गोंडा: ओवर लोडिंग से हांफ रहे बिजली उपकेंद्र, रोस्टिंग के सहारे बिजली आपूर्ति
लाइन ट्रिपिंग और लोकल फॉल्ट ने बढ़ाई मुसीबत, पनप रहा आक्रोश

गोंडा, अमृत विचार। भीषण गर्मी और उमस के बीच जिले में बिजली आपूर्ति व्यवस्था ध्वस्त हो गयी है। लाइन ट्रिपिंग तो कहीं लोकल फॉल्ट के नाम पर की जा रही बिजली कटौती से उपभोक्ता हलकान हैं। धानेपुर, मेहनौन, इटियाथोक, परसपुर, मसकनवा व करनैलगंज समेत अन्य कई कस्बों में बिजली कटौती चरम पर है।
ओवर लोडिंग से विद्युत उपकेंद्र हांफ रहे हैं और जैसे तैसे रोस्टिंग के सहारे इन केंद्रों से बिजली आपूर्ति की जा रही है। लोड बढ़ने से बिजली उपकरण धोखा दे रहे हैं। ग्रामीण इलाकों में हालात और भी बदतर हैं। इस बदहाल व्यवस्था से बिजली उपभोक्ताओं में आक्रोश पनप रहा है। भीषण गर्मी में गहराते बिजली संकट ने बिजली विभाग की तैयारियों की पोल खोल कर रख दी है।
42 डिग्री तापमान के बीच बिजली कटौती ने लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है। लोकल फाल्ट और मरम्मत के नाम पर हो रही कटौती से उपभोक्ता जूझ रहे हैं। आम लोगों के साथ ही किसानों व उद्यमियों को परेशानी हो रही है। शुक्रवार को गुल हुई मेहनौन उप केंद्र बिजली 48 घंटे बाद रविवार की सुबह बहाल हो सकी।
वहीं इटियाथोक क्षेत्र में भी शुक्रवार की रात से शनिवार दोपहर तक बिजली आपूर्ति ठप रही। इटियाथोक कस्बे के स्टेशन रोड, खरगूपुर रोड, गोंडा-बलरामपुर मार्ग, हरैया झूमन, पांडेयपुरवा, पारासराय, करुवापारा सहित कई क्षेत्रों में बिजली के बार-बार बाधित होने और लो वोल्टेज के चलते हाहाकार मचा रहा। कस्बे के लोग इस भीषण गर्मी में पीने के पानी के लिए तरस गए।
बिना रोस्टर की जा रही कटौती
अमृत विचार: इटियाथोक के वैभव रस्तोगी, अजय राठौर, अशोक वर्मा आदि लोगों का कहना है कि रात में कई बार बिजली की कटौती हो रही है। जबकि कटौती का कोई रोस्टर जारी नहीं किया गया है। वहीं दिन में भी बिजली का आना-जाना लगा रहता है। जिससे लोगों का चैन छिन गया है।बिजली की अघोषित कटौती से लोग बेहाल हैं। गांव में बिजली न मिलने से किसान अपनी फसलों की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। जेई अजय गुप्ता का कहना है कि जर्जर लाइनों को दुरुस्त किया जा रहा है, दो से तीन दिनों में लोगों को समस्या से निजात मिल सकती है।
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